मालगांव का आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर, वैकल्पिक व्यवस्था के सहारे नौनिहाल गढ़ रहे भावी भविष्य !

कुँए के ऊपर बना दिया आंगनबाड़ी भवन कुछ सालों में ही हो गया जजर्र तब से बच्चे इधर उधर पढ़ने को मजबूर

नरेंद्र ध्रुव/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स

Chhattisgarh Crimes

गरियाबंद। शासन प्रशासन चाहे जितनी योजना नागरिकों के लिए बना ले ,लेकिन जब तक उनको जमीनी स्तर पर पहुँचाने वाले अधिकारी जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी इमानदारी से नहीं करेंगे तब तक आमजनो को योजनाओं का सही मायने में लाभ नही मिल पाएगा । कुछ ऐसा ही एक मामला जिलामुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत मालगांव में सामने आया है ।

हमे पूर्व पंच नाथूराम ध्रुव (वार्ड 10) पूर्व पंच अनंदु राम ध्रुव (वार्ड 1) और पूर्व पंच रामेश्वर ध्रुव (वार्ड 13) ने बताया कि आंगनबाड़ी भवन को तत्कालिन सरपंच सदाराम के कार्यकाल के समय में पंचायत को स्वीकृत हुए आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कार्य तब के पंच एवं वर्तमान में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष हाफिज खान को दे दिया था, और उसने सभी नियम कानून को ताक में रख कर भवन का निर्माण कुएँ के ऊपर कर दिया । कुँए के ऊपर भवन निर्माण किए जाने के कुछ समय बाद ही आंगनबाड़ी भवन में बारिश के समय पानी टपकना शुरू हो गया था ।

जिसके बाद ग्रामीण और पालक बारिश में इधर- उधर व्यवस्था करके बच्चों को पढ़ाते थे, लेकिन धीरे धीरे भवन की हालत और जर्जर होने लगी । ग्रामीणों की माने तो निर्माण के कुछ साल बाद ही भवन की स्थिति इतनी जर्जर हो गई कि वह इस्तेमाल करने लायक नही रहा । जिसके बाद से वैकल्पिक व्यवस्था के सहारे बच्चे गांव में कभी इधर तो कभी उधर बैठ कर पढ़ने को मजबूर है । विडंबना यह है कि जिलामुख्यालय से लगे होने के बावजूद इस ग्राम पंचायत में अब तक दूसरे आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कराने की कोशिश किसी ने भी नही की । बच्चो को पढ़ाने वाली कार्यकर्ता और पालकों ने बताया कि बच्चों को रही समस्याओं के बारे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को कई बार बताया गया इसके बावजूद आज पर्यंत तक बच्चें दूसरे के घरों में पढ़ने को मजबूर है ।

एक छोटे से कमरे में 50 बच्चें पढ़ने को मजबूर

निर्माण के बाद कुछ ही समय मे जर्जर हो चुके भवन में बच्चो को पढ़ाने को लेकर लगातार समस्या आने के बाद कई जगहों पर आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया गया मगर बच्चो को हो रही दिक्कत और स्थायी समाधान करने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने पहल करते हुए पिछले डेढ़ साल से अपने घर में ही केंद्र का संचालन कर रही है । वर्तमान में लगभग 50 बच्चे एक कमरे में ही पढ़ाई करने को मजबूर है । भरी गर्मी में बच्चे जिस कमरे में पढ़ते है उसी एक कमरे में चूल्हे में खाना भी बनता है । इन समस्याओं के बावजूद बच्चे और कार्यकर्ता के हौसलों में कमी नही आई है ।

जब हमने पंचायत के सरपंच पार्वती ध्रुव से बात किया तो उनका कहना था कि आंगनबाड़ी भवन की मांग को लेकर दो से तीन बार प्रस्ताव दिया गया है मगर अभी तक कोई आदेश नही मिला है । इस संबंध में जब हमने तत्कालिन पंच एवं वर्तमान ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हाफिज खान से बात किया तो उनका कहना था कि यह भवन 2007 में सदाराम के सरपंची कार्यकाल में बनाया गया था मुझे पंचायत द्वारा भवन निर्माण की देख रेख की जिम्मेदारी दी गई थी ना की निर्माण करने की। उनका कहना था कि जो लोग आज मुझ पर गलत आराेप लगा रहें हैं वो राजनीति से प्रेरित होकर लगा रहें है। भवन के निर्माण से पहले लेआउट सरकारी अधिकारियों द्वारा दिया गया था और भवन निर्माण के बाद इसका भौतिक सत्यापन भी किया गया है।

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