
बागबाहरा। हज्जे असग़र इस्लामी तीर्थयात्रा और मुस्लिम लोगों का पवित्र शहर मक्का में प्रतिवर्ष होने वाला विश्व का सबसे बड़ा जमावड़ा है। यह इस्लाम के पांच मूल स्तंभ में से एक है, साथ ही यह एक धार्मिक कर्तव्य है शारीरिक और आर्थिक रूप से मुस्लिम लोगों की एकजुटता का प्रदर्शन होने के साथ साथ उनका अल्लाह (ईश्वर) में विश्वास होने का भी द्योतक है। प्रत्येक वर्ष लाखो की संख्या में देशभर से मुस्लिम समुदाय के लोग हज्जे असगर यात्रा पर जाते है । बतादे की की हज्जे असगर पर जाना ही अपने आप मे एक सौभाग्य की बात है और उससे भी बड़ा सौभाग्य एवं गौरव की बात है कि हज्जे असगर यात्रा में पहुचे लाखो लोगो को बीच अपना वक्तव्य एवं विचार को साझा करना ।
बागबाहरा निवासी मौलाना इस्माइल रिजवी को इस वर्ष 8 अक्टूबर 2022 को मक्का मदीना में ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर होने वाले धर्म संसद में मोहम्मद पैगम्बर के संदेश को मुस्लिम समुदाय के लोगो के बीच वक्तव्य रखने का मौका मिला है । बतादे की मौलाना इस्माइल रिजवी बागबाहरा मस्जिद के पूर्व इमाम भी रह चुके है वही उनके द्वारा बागबाहरा के एक गांव में वर्ष 2018/19 में सैय्यद अली मीरा दातार की स्थापना किया है । गौरतलब हो कि मक्का मदीना में 8 अक्टूबर को होने वाले धर्म संसद कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के एक मात्र व्यक्ति का चयन वक्तव्य देने के लिए हुए है । वह 24 सितंबर को रवाना होंगे।
मौलाना साहब के चयन होने पर सतीश जग्गी , रवि निषाद, विष्णु महानंद ,लखबीर छाबड़ा, अशोक अग्रवाल, रवि सेन , लोकेश्वर चन्द्राकर , महेश हरपाल , शहजान पाशा , गिरीश पटेल , पंकज हरपाल ,जय पवार, सेतराम बघेल, नवनीत सलूजा, सिलिम खान,ताम्रध्वज बघेल, मंता यादव, हरीश जैन ,सुनील सिंह ,अविनाश सिंह सहित बागबाहरा मुस्लिम जमात , मित्र मंडल बागबाहरा सामाजिक संगठन , व्यापारी संघ , एवं अन्य संगठनों सहित शुभचिंतको के द्वारा बधाई दी गई वही 20 सितम्बर को इस सभी समुदाय के लोगो द्वारा भव्य स्वागत कर हज यात्रा में जाने की बधाई एवं शुभकामनाएं दी ।