“काफी विथ एसडीएम” थीम पर हुआ बच्चों का मोटिवेशन कार्यक्रम

  • स्कूली बच्चों में व्यक्तित्व विकास के लिए सरायपाली एसडीएम नम्रता जैन की अच्छी पहल
  • कार्यक्रम से स्कूली बच्चों की प्रतिभा में आएगी निखार
  • बसना और सरायपाली ब्लॉक की छात्राओं ने की सहभागिता

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। महासमुंद जिले के सरायपाली अनुभाग में स्थित सरायपाली एवं बसना ब्लॉक के स्कूली बच्चों शिक्षा के स्तर को बढ़ाने और उन्हें मोटिवेशन करने के उद्देश्य को लेकर सरायपाली एसडीएम श्रीमती नम्रता जैन ने एक नई पहल शुरू की है। जिसके अनुसार प्रत्येक सोमवार को सुबह 11:00 बजे से दोनों ब्लॉक के पांच पांच स्कूलों के बच्चों को “एसडीएम विथ काॅफी” थीम के आधार पर उनकी जिज्ञासा के अनुरूप उनकी शंकाओं का समाधान किया जाना है।

सरायपाली के एसडीएम दफ्तर में आज बसना एवं सरायपाली ब्लॉक के बच्चों में मोटिवेशन के लिए लाया गया। जहां एसडीएम नम्रता जैन ने बच्चों को पढ़ाई में आने वाली कठिनाई शिक्षा के दौरान मन में पैदा होने वाले जिज्ञासा और उनकी शंकाओं के समाधान कैसे करें तथा किस तरह से हम शिक्षा के साथ-साथ अपने आईक्यू स्तर को बढ़ाएं इसकी जानकारी दी गई। इस दौरान एसडीएम नम्रता जैन ने बच्चों से कहा कि शिक्षा के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास काफी महत्वपूर्ण होता है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित स्कूली छात्राओं ने एसडीएम नम्रता जैन से अनेक सवाल किए तथा उन सवालों का एसडीएम ने बच्चों को जवाब भी प्रस्तुत किया तथा बच्चों को मोटिवेट किया।

इस दौरान अनेक बच्चों ने आगे चलकर आईएएस बनने तथा डॉक्टर बनने के लिए किस तरह से पढ़ाई करें और कैसे तैयारी करें इसकी जानकारी एसडीएम से ली। मोटिवेशन कार्यक्रम में डॉक्टर आकांक्षा तिवारी भी उपस्थित थे जिनके द्वारा भी बच्चों की जिज्ञासा से संबंधित प्रश्नों का जवाब दिया गया वही विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र माझी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। मोटिवेशन कार्यक्रम को लेकर एसडीएम नम्रता जैन ने वनइंडिया से चर्चा करते हुए कहा कि प्रत्येक सोमवार को बसना एवं सरायपाली के स्कूली बच्चों के लिए यह कार्यक्रम निर्धारित किया गया है और इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चे काफी उत्साह ही नजर आ रहे हैं तथा उनके अंदर के जिज्ञासा भी आगे आ रही है।

वही विकास खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र मांझी ने भी एसडीएम द्वारा की गई पहल को स्कूली बच्चों के लिए काफी बेहतर और सराहनीय पहल बताया तथा स्कूलों में बच्चों के स्तर को आगे लाने में सहायक बताया।

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