एग्रीकल्चर के क्षेत्र में काम करने वाली एक निजी कंपनी के मैनेजर से साइबर ठगी हो गई। जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में मैनेजर ने शेयर ट्रेडिंग करना शुरू किया। साइबर ठगों के बताए फर्जी कंपनियों में पैसे लगाते गए और 57 लाख रुपए से अधिक की ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए। इसकी शिकायत पर पुरानीबस्ती पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करने को कहा
इसमें सहमति देेने पर हरीश को एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने कहा गया। हरीश ने मोबाइल ऐप डाउनलोड किया। इसके बाद उसी के जरिए साइबर ठगों ने उन्हें अलग-अलग कंपनियों के आईपीओ में निवेश करने कहा। शुरुआत में निवेश करने पर हरीश को कुछ फायदा हुआ। इससे उसका भरोसा बढ़ गया। फिर हरीश कभी 5 लाख, तो कभी 10 लाख रुपए उनके बताए कंपनियों में लगाने लगे। इस तरह हरीश ने कुल 57 लाख 3 हजार रुपए निवेश कर दिया, लेकिन निवेश के एवज में उन्हें मुनाफा नहीं मिला।
3 करोड़ का मुनाफा!
साइबर ठग हरीश को उनके निवेश पर 3 करोड़ रुपए का मुनाफा दिखा रहे थे। यह मुनाफा वर्चुअल खाते में दिख रहा था। इस राशि को पीड़ित ने हकीकत मान लिया था। उस राशि को निकालने के लिए साइबर ठग कभी टैक्स के नाम पर तो कभी जीएसटी के नाम पर और रकम जमा करवाते गए। अंत में उनसे 12 लाख जमा करने के लिए कह रहे थे।
लोन-कर्ज लेकर लगाए पैसे
पीड़ित ने ठगों के बताए कंपनियों में पैसे लगाने के लिए अपने दोस्तों से 15 लाख कर्ज लिया है। इसके अलावा घर के जेवरों तक को बेचना पड़ा। इसके बाद भी पैसों की कमी पड़ी, तो फायनेंस कंपनी से लोन लेकर रकम जमा की। पुलिस ने मामले में ठगी के 7 लाख 44 हजार रुपए को होल्ड कराया है। साइबर ठगों द्वारा अलग-अलग बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया था, जिसमें से कुछ खातों को पुलिस ने फ्रीज कराया है।