पंडरिया वन परिक्षेत्र में जंगलों से पेड़ों की अवैध कटाई जारी

Chhattisgarh Crimesपंडरिया वन परिक्षेत्र में जंगलों से पेड़ों की अवैध कटाई जारी है। ईंट भट्ठों में ईंटें पकाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली से लकड़ियां ढोई जा रही हैं। पंडरिया पूर्व रेंज के भेड़ागढ़ व तेलियापानी लेदरा के बीच जंगल में आरी मशीन से पेड़ों की कटाई करते हुए वीडियो सामने आई है। इसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्राम पंचायत नेउर में अवैध लकड़ी परिवहन की सबसे ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं। जंगल से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में लकड़ियां भरकर खुलेआम ले जाई जा रही हैं। इनमें तेंदू, साजा, महुआ, सेन्हा और डूमर जैसी प्रजातियों की लकड़ियां शामिल हैं। जानकारों के मुताबिक, एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में करीब 2 घन मीटर लकड़ी आती है। 2 घन मीटर महुआ लकड़ी की कीमत 15 से 17 हजार रुपए होती है। पेड़ों की अवैध कटाई से पर्यावरण को भी भारी क्षति पहुंच रही है। इसे लेकर वन विभाग कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है। { ईंट भट्ठे से एक ट्रैक्टर लकड़ी जब्त- एसडीओ: वन विभाग पंडरिया के एसडीओ सुयश धर दीवान ने बताया कि सूचना मिलने पर ग्राम नेउर में एक ईंट भट्ठे से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली लकड़ी जब्त की गई है। ज्यादातर अवैध कटाई राजस्व क्षेत्र में हो रही है। तहसीलदार को इसकी जानकारी दी गई है। ईंट भट्ठों की जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

प्रधानमंत्री जन-मन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के गांवों में पक्के मकान बनाए जा रहे हैं। पंडरिया ब्लॉक के 77 गांवों में 1474 मकान मंजूर हुए हैं। निर्माण के लिए ईंटों की जरूरत है। इसे देखते हुए अवैध ईंट भट्ठे संचालित हो रहे हैं। जंगल की लकड़ियों से ईंटें पकाई जा रही हैं। निजी खेतों और राजस्व भूमि पर ये भट्ठे संचालित हो रहे हैं।