रायपुर। छत्तीसगढ़ की विधानसभा में सोमवार को गोबर और पैरा घोटाले पर हंगामा हुआ। कांग्रेस शासन काल में गोबर खरीदी और दान में मिले पैरा के परिवहन में हुए करोड़ों के खर्च पर विधायक अजय चंद्राकर और लता उसेंडी ने सवाल उठाया। बड़ी गड़बड़ी के आरोप भी लगे। जवाब देते हुए सदन में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इसकी जांच विधानसभा की समिति से कराने की बात कही। डॉ रमन सिंह ने भी इसे मंजूरी। अब प्रदेश में हुए पैरा-गोबर घोटाले की जांच होगी। इसे आधिकारिक तौर पर विधानसभा में तय किया गया है।
प्रश्नकाल में सवाल करने खड़े हुए अजय चंद्राकर ने कृषि विभाग से सवाल किया। मंत्री रामविचार नेताम नहीं थे तो जवाब बृजमोहन अग्रवाल दे रहे थे। पैरा परिवहन में 14वें-15वें वित्त आयोग का पैसा लगाए जाने पर चंद्राकर ने कहा कि उस वित्त आयोग के पैसे को ऐसे काम में लगाने का नियम नहीं है। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा पैसा लगाया गया है।
विधानसभा ने विधायक में अजय चंद्राकर ने पूछा पैरा खरीदी किन पैसों से की गई। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पैरा खरीदी नहीं की गई है पैरा दान में मिला है। चंद्राकर ने कहा मैंने गलत प्रश्न किया था मैं स्वीकार कर लेता हूं। पैरदान के परिवहन में 14-15वें वित्त आयोग या गोधन योजना की राशि का इस्तेमाल कर सकते हैं क्या। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पैरा परिवहन के लिए जो भुगतान की राशि की गई है इसका प्रावधान योजना में था।
अजय चंद्राकर ने फिर पूछा की दर का निर्धारण किस आधार पर किया गया। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि गोठान प्रबंध समिति को कुल 53 करोड़ की राशि दी गई। समितियों ने पैरा परिवहन में इसका व्यय किया है। चंद्राकर ने अपने सख्त अंदाज में कहा 14-15वें में वित्त आयोग के जो नियम बने हैं, उनमें स्वच्छता, पेयजल, आधोसंरचना, विद्युतीकरण शिक्षा और परिसंपत्ति का रखरखाव यह पंचायत की राशि है। डॉ रमन सिंह ने कहा कि प्रेम से पूछें नाराजगी से नहीं। चंद्राकर बोले मेरी आवाज ही ऐसी है, आप मुझे जानते हैं।
फिर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वित्त आयोग से पैसा दिया गया है अजय चंद्राकर संतुष्ट नहीं हुए। बोले- मैं प्रमाण दे रहा हूं सेस की राशि इन्होंने उन्नयन बोर्ड जो बनाया था उसे दे दी उसने गोधन समिति को दे दी। चंद्राकर ने कहा कि सेस की राशि का उपयोग पर पैरा परिवहन में हुआ जिसे छुपाया गया है। इसमें जांच करवा दीजिए।
बृजमोहन ने कहा- जांच कि मांग की है निश्चित रूप से हम वरिष्ठ अधिकारियों की समिति से इसकी जांच करवाएंगे। चंद्राकर ने फिर कहा- कागज में पैरा ढुलाई हुई है। 45 लाख टन पैरा कहां ताैलाया गया उसकी रसीद दिखा दीजिए। अधिकारियों से जांच नहीं करवाना है उनका ही तो किया धरा है साहब मैं तो विधायक की समिति की मांग कर रहा हूं। 53 करोड रुपए कागज में चले गए हैं। मंत्री बृजमोहन ने डॉ रमन सिंह की ओर देखकर कहा- यदि आपकी अनुमति होगी तो प्रश्न संदर्भ समिति से इसकी जांच करवा ली जाएगी। डॉ रमन ने अनुमति दी।
चारा कम और गोबर अधिक
विधायक लता उसेंडी ने अपने इलाके में गोबर खरीदी में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। उन्हांेने ने कहा कि जितने मवेशी लोगों के पास नहीं है उससे ज्यादा गोबर बेचने का और खरीदने का मामला है। मैं बताना चाहूंगी कि एक हितग्राही जिसके पास 10 मवेशी हैं वह खुद कह रहा है कि मैं मेरे पास कम गोबर था मगर खरीदी जो दर्शाई गई उसमें 5 लाख 44923 किलोग्राम गोबर की खरीदी है।
डॉ रमन ने इस बीच बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- यह बता दीजिए चारा कम खाए और गोबर ज्यादा कैसे दिए। अग्रवाल ने कहा- कोंडगांव में 93 लाख गोबर खरीदी के दिए गए हैं। लता ने कहा- वही प्रश्न है कि जिसके पास मवेशी कम है वहां गोबर ज्यादा खरीदी की गई है क्या इसकी जांच समिति से कराएंगे क्या। डॉक्टर रमन सिंह ने मुस्कुराकर कहा – किस नस्ल की गाय थी इसकी जांच करानी होगी। बृजमोहन बोले- पैरा सम्बंधी मामले की जो जांच प्रश्न संदर्भ समिति करेगी उसमें गोबर को भी जोड़ लेंगे, डॉ रमन सिंह ने इसकी स्वीकृति दी।
CG के उद्योग फैला रहे कैंसर
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने विधानसभा में फ्लाई ऐश उत्सर्जन को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि रायगढ़ कोरबा के औद्योगिक घराने राखड़ का सही निपटारा नहीं कर रहे। इसकी वजह से कई तरह की बीमारियों का खतरा है। नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि जल्द ही इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी स्पेसिफिक जगह की कोई शिकायत हो तो दिजिए।
चरण दास महंत ने कहा कि दिल की बीमारी, कैंसर जैसी बीमारी सांस की बीमारी इन रखड़ में मौजूद रसायन से लोगों के बीच पहुंच रही है। रायगढ़ और कोरबा में बिना इजाजत के राखड़ सड़कों में फेंकी जा रही है। मंत्री ने कहा नेता प्रतिपक्ष के जो सुझाव आए हैं उसपर विभाग विशेष रूप से ध्यान देकर अमल करेगा।