छत्तीसगढ़ में सात दिन में तिगुनी रफ़्तार से बढ़े मरीज, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव बोले 15 दिनों में आ जाएगी कोरोना की तीसरी लहर

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में ओमिक्रॉन के केस भले न हों, लेकिन जिस रफ्तार से अचानक कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है। यह ओमिक्रॉन ट्रेंड जैसा दिख रहा है। ये बात खुद राज्य के महामारी नियंत्रक डॉक्टर सुभाष मिश्रा मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि जितनी तेजी से संक्रमण स्प्रेड हो रहा है, ये ओमिक्रॉन वैरिएंट का असर हो सकता है। हालांकि किसी भी मरीज की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि होगी।

वहीं, प्रदेश में पिछले 7 दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या तिगुने से ज्यादा बढ़ गई है। 26 दिसंबर को राज्य में कोरोना के एक्टिव केस 330 थे। शनिवार को ये संख्या बढ़कर 1017 पहुंच गई है। राजधानी में दो दिनों से लगातार 50 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। इस बीच, शनिवार को रायपुर में 73 मरीज मिले हैं। प्रदेश में 279 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। रायपुर में सबसे ज्यादा नए केस मिले हैं। राहत देने वाली बात केवल ये है कि दिसंबर में 7 मरीजों की मौत हुई है, जो पिछले 6 माह में सबसे कम है। हालांकि अब जितनी तेजी से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है, उससे ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव बोले 15 दिनों में आ जाएगी कोरोना की तीसरी लहर

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि अब तक छत्तीसगढ़ में ओमिक्रॉन की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन वैज्ञानिक और विशेषज्ञों के मुताबिक अगले 10 से 15 दिनों में कोरोना के तीसरी लहर आ सकती है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से निजात पाने की गुंजाइश नहीं है, क्योंकि इसका प्रसार बहुत तेज है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग संक्रमित होंगे। अस्पतालों में पिछली लहर में व्यवस्था की गई बेड संख्या को पांच गुना बढ़ाएं।

28 में 19 जिलों में मिले मरीज

प्रदेश के 28 में 19 जिलों में नए मरीज मिले हैं। रोज नए जिलों में कोरोना का विस्तार होता जा रहा है। सीनियर कार्डयिक सर्जन डॉ कृष्णकांत साहू व हिमेटोलॉजिस्ट डॉ विकास गोयल के अनुसार नए साल के पहले ही दिन मरीज बढ़ना यह बताता है कि संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। ये ट्रेंड जारी रह सकता है। मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग कर संक्रमण से बचा जा सकता है।

3,135 विदेश से लौटे, 50 यात्री गायब

प्रदेश में अब तक 3,135 लोग विदेश से लौटे हैं। 50 अब तक गायब हैं। छत्तीसगढ़ में एंट्री करने के बाद वे न तो पुलिस को मिले और न ही प्रशासन की टीम उन तक पहुंच सकी। बाकी यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया गया, जिनमें 8 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। इन्हीं के स्वाब का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया। इनमें 6 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और दो की बाकी है। हालांकि विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि केवल विदेश से आने वाले यात्रियों से ही ओमिक्रॉन का खतरा नहीं है, दूसरे शहरों से आने वाले भी ओमिक्रॉन संक्रमित हो सकते हैं।

नई गाइडलाइन जल्द

रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी प्रदेश के कोरोना अभियान से जुड़े अफसरों की बैठक लेकर हालात की जानकारी लेंगे। संक्रमण की ताजा स्थिति की समीक्षा की जाएगी। राज्य में संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों की जानकारी भी ली जाएगी। अफसरों ने संकेत दिए हैं कि ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए नई गाइड भी जारी होने की संभावना है।

हो सकता है ओमिक्रॉन

स्वास्थ्य विभाग मानकर चल रहा है कि कोरोना के केस बढ़ने की वजह ओमिक्रॉन वैरिएंट हो सकता है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जो ट्रेंड है, वो यही संकेत दे रहा है। भुवनेश्वर से आने वाली रिपोर्ट का इंतजार है। टेस्टिंग के साथ ट्रेसिंग भी बढ़ा रहे हैं ताकि संदिग्धों की जल्द जांच हो।
-डॉ. सुभाष मिश्रा, डायरेक्टर महामारी नियंत्रण

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