रायपुर। छत्तीसगढ़ में गरियाबंद-धमतरी पुलिस को नक्सलियों के ठिकाने में दबिश देने पर बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस को 38 लाख रुपए कैश मिले हैं। इसे ओडिशा स्टेट कमेटी के धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ा डिवीजन के नक्सलियों ने डंप कर रखा था।
इसके अलावा पुलिस को 23 BGL राउंड (बैरेल ग्रेनेड लॉन्चर) और 13 डेटोनेटर समेत भारी मात्रा में विस्फोटक सामाग्री भी मिली है। रायपुर रेंज के अंदरूनी क्षेत्रों में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। इसी सिलसिले में पुलिस को सूचना मिली थी।
मिट्टी और झाड़ियों से छिपाया था
सूचना थी कि, प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी के निर्देश पर स्थानीय नक्सलियों ने व्यापारियों से अवैध रूप से लेवी वसूल की है। इस वसूली से मिले कैश और बाकी नक्सल सामग्रियों को गरियाबंद और धमतरी के अलग-अलग क्षेत्रों में डंप कर छिपाया गया है।
सूचना मिलने पर गरियाबंद-धमतरी पुलिस बल और सीआरपीएफ की टीम ने विशेष सर्चिंग अभियान चलाया। धमतरी-गरियाबंद के सीमा पर छोटे गोबरा और पेंड्रा के जंगल में सामान डंप करने के लिए जमीन में गहरा गड्ढा खोदा गया था।
इसमें कैश और विस्फोटक सामाग्रियों को रखने के बाद मिट्टी और झाड़ियों से छिपा दिया गया था। जिसे सुरक्षाबलों ने सर्चिंग के दौरान बरामद किया। 10 जुलाई को संयुक्त टीम रवाना हुई थी और यह ऑपरेशन 12 जुलाई को पूरा हुआ।
स्टील डिब्बे के अंदर मिला कैश
अगल-अलग जगहों से स्टील डिब्बे के अंदर 2000 नोट के 6 बंडल, 500 नोट के 52 बंडल, प्रत्येक बंडल में 100 नोट मिलाकर कुल 38 लाख रुपए मिले। इसके अलावा बीजीएल के राउंड, दो टिफिन आईईडी और IED बनाने से संबंधित सामग्री बरामद की गई है।
13 डेटोनेटर भी बरामद
IED बनाने के समान जैसे 13 डेटोनेटर, 1 बंडल फ्यूज वायर, 2 किलो लूज बारूद, यूरिया, 2 नग फ्लैस लाइट, 3 नग मल्टी मीटर, सेंसर रिमोट, इलेक्ट्रिक वायर, नक्सल वर्दी, काला कपड़ा और बाकी सामग्री बरामद की गई है। इस संबंध में थाना मैनपुर में अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।