राष्ट्रपति ने आई.आई.टी. भिलाई के 7 स्टूडेंट्स को दिया गोल्ड-मेडल

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रायपुर/भिलाई। दो दिनी छत्तीसगढ़ दौरे के आखिरी दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू IIT भिलाई के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। उन्होंने 7 छात्रों को गोल्ड मेडल दिया। इस दौरान राज्यपाल रमेन डेका और सीएम साय भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति यहां से फिर रायपुर के आयुष विश्वविद्यालय के दीक्षांत में शामिल होकर शाम 5 बजे दिल्ली लौटेंगी।

 

इससे पहले सुबह रायपुर के जगन्नाथ मंदिर में उन्होंने पूजा-अर्चना कीं। दौरे के पहले दिन शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रायपुर में AIIMS और NIT के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं थीं।

IIT ने AIIMS के साथ मिलकर बनाया ऐप

राष्ट्रपति ने कहा कि आईआईटी भिलाई ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एम्स रायपुर से मिलकर मोबाइल ऐप तैयार किया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मदद मिल रही है। 6 लाख किसान मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि आईआईटी के सहयोग से तैयार हुआ है।

यहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शिक्षा दी जा रही है, पिछले 6 दशकों से देश के आईआईटी संस्थान से निकले क्षात्रों ने देश के विकास में अपनी पहचान बनाई है।

ऐप से घर बैठे ऑनलाइन सर्जरी देख सकेंगे

(एम्स) रायपुर में मरीजों को अब अपनी जांच रिपोर्ट की फाइल लेकर घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एम्स और भिलाई आईआईटी मिलकर ऐसा ऐप बनाया है, जिसमें मरीज की पूरी मेडिकल हिस्ट्री ऑनलाइन मिल जाएगी। अगर वह आईसीयू या ऑपरेशन थिएटर में होगा, तो उसकी सर्जरी घर बैठे देखी जा सकेगी।

कौन सा डॉक्टर सर्जरी या ट्रीटमेंट कर रहा है? मरीज का बीपी, शुगर और हार्ट बीट कितनी है, दवाइयां किस तरह दी जा रही हैं, ऐप इसे मोबाइल पर लाइव कर देगा। ऐसा तब होगा, जब मरीज की एडमिट होने के बाद आईडी बनाई जाएगी।

ऐप में यह आईडी और पासवर्ड डालते ही मरीज की पल-पल की जानकारी परिजनों को मोबाइल पर मिलने लगेगी। विशेषज्ञों के अनुसार इस ऐप का सबसे बड़ा फायदा उन मरीजों को होगा, जिन्हें इमरजेंसी में एम्स जैसे अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। जैसे कोई हार्ट अटैक, ब्रेन हैमरेज या फिर बड़ी दुर्घटना का शिकार होता है तो डॉक्टर उसकी पुरानी मेडिकल हिस्ट्री नहीं मिल पाने के कारण तुरंत इलाज शुरू नहीं कर पाते। खास बात यह है कि नए इलाज की पूरी जानकारी भी ऐप में स्टोर होती रहेगी।

7 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल

2023 के बीटेक स्टूडेंट शाश्वत जायसवाल, मधुर भट्ट, सत्यविक्रम प्रताप सिंह, अंजना कानन और साल 2024 बीटेक स्टूडेंट नोमान आलम खेरानी, यश टेकचंदानी, सिदाग्राम रोहित, विधि मित्तल।

31 को पुरस्कार

IIT भिलाई के डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने बताया कि इस बार सीनेट पुरस्कार 31 छात्रों को दिया गया। 2023 बैच में 13 पीएचडी होल्डर, 11 एमएससी, 27 एमटेक, 13 बीटेक आनर्स और 123 बीटेक स्नातक शामिल हैं। जबकि 2024 बैच में 8 पीएचडी, 20 एमएससी, 19 एमटेक, 12 बीटेक आनर्स और 150 बीटेक छात्रों को डिग्री दी गई।

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