डॉक्टर ने इस बात पर विश्वास कर लिया। फिर महिला के बताए मुताबिक, एक ट्रेडिंग साइट में 17 बार ट्रांजैक्शन कर रुपए इन्वेस्ट कर दिए। जब पैसे रिटर्न नहीं मिले तो उसे ठगी का एहसास हुआ। यह पूरा मामला आमानाका थाना क्षेत्र का है।
मैट्रिमोनियल साइट पर हुई महिला से दोस्ती
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल कुमार रोहित ने थाने में शिकायत दी। जिसमें बताया कि वह जैनम प्लेनेट टाटीबंध में रहता है। AIIMS अस्पताल में डॉक्टर हैं। करीब 2 महीने पहले एक मैट्रिमोनियल साइट में उसकी डॉक्टर राधिका मुखर्जी नाम की महिला से जान पहचान हुई थी। महिला वॉट्सऐप कॉल पर बात करती थी। दोनों के बीच शादी को लेकर बातचीत हो रही थी।
महिला ने बताई फ्यूचर प्लानिंग
इस बीच महिला ने राहुल को एक ट्रेडिंग साइट ‘फॉरेक्स प्लस 500 ग्लोबल सीएस’ के बारे में बताया। साथ ही कहा कि इसमें पैसा इन्वेस्ट करो। इन पैसों का भविष्य में गुजरात के अहमदाबाद में मिलकर हम अस्पताल खोलेंगे। पहले तो रोहित ने मना कर दिया, लेकिन ठग महिला उसके ऊपर लगातार दबाव डालती रही। इसके बाद वह झांसे में आ गया।
30 लाख रुपए लिए लोन
महिला के बार-बार बोलने के बाद रोहित ने बैंक से 30 लाख रुपए लोन लिए। इसके अलावा करीब 16 लाख रुपए और इकट्ठे किए। फिर 3 अप्रैल 2025 से 14 मई 2025 के बीच 17 बार ट्रांजैक्शन कर ट्रेडिंग साइट में इन्वेस्ट कर दिया।
यह पैसे अलग-अलग बैंकों में ट्रांसफर करवाए गए। इनमें ट्रांजैक्शन अमाउंट 50 हजार रुपए से लेकर 9 लाख रुपए तक है। इसके बाद साइट में मुनाफा मिलाकर करीब 1 करोड़ रुपए भी दिखने लग गए।
स्कैम का हुआ शक
डॉक्टर रोहित ने जब इन रुपयों को निकालने की कोशिश की तो वह सफल नहीं हो पाया। इस पर उसे स्कैम होने का शक हुआ। उसने महिला से संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन बंद आया।
हालांकि डॉक्टर का कहना है कि उसका वॉट्सऐप अब तक चालू है। इस मामले में आमानाका थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है। रायपुर ASP दौलत राम पोर्ते का कहना है कि, जांच की जा रही है।
10 सबसे ज्यादा प्रचलन वाले साइबर फ्रॉड के तरीके
ट्रेडिंग में मुनाफा- ऑनलाइन ट्रेडिंग सिखाने, पैसा निवेश करने, दोगुना मुनाफा का झांसा देकर शातिर ठगी करते हैं। लोग कम निवेश में ज्यादा प्रॉफिट के लालच में ज्यादा पैसा गंवा देते हैं।
बिजली कनेक्शन के नाम पर- शातिर लोगों को फोन करके बिजली कटने का भय दिखाता है। बिल बकाया और मीटर अपडेट नहीं होने का झांसा दिया जाता है।
ऑनलाइन या पार्ट टाइम जॉब- शातिर सोशल मीडिया पर ऑनलाइन पार्ट-टाइम जॉब का झांसा देता है। इस झांसे में बेरोजगार आ जाते हैं और अपना जमा-पूंजी गवां बैठते हैं।
लोन एप फ्रॉड- लोग आजकल ऑनलाइन लोन सर्च करते हैं। कम समय में लोन के चक्कर में लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं।
पुलिस या CBI अधिकारी के नाम पर ठगी- शातिर पहले लोगों को पुलिस, कस्टम अधिकारी या कोई और अधिकारी बन कर फोन करते हैं। गिरफ्तारी का डर दिखाकर और केस मैनेज के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाते हैं।
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड- शातिर खुद को क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट का अधिकारी बताता है। कस्टमर को लिमिट बढ़ाने, केवाईसी करने, रिवार्ड पॉइंट मिलने का झांसा दिया जाता है।
सेक्सटॉर्शन- महिला शातिर व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल करती है। खुद न्यूड हो जाती है और उसका स्क्रीनशॉट रख लेती है। इसके बाद यूजर को ब्लैकमेल कर ठगी करती है। इसमें ज्यादातर पढ़ने वाले स्टूडेंट्स फंस जाते हैं।
ओएलएक्स फ्रॉड- शातिर ओएलएक्स पर कोई सामान बेचने के लिए एड देता है। क्यूआर कोड भेजकर कस्टमर से ठगी करता है।
फेक प्रोफाइल फ्रॉड- शातिर पहले किसी का फेक प्रोफाइल बना लेता है। फिर उसके दोस्तों और रिलेटिव को उसी नाम से मैसेज करता है। लोग बातों में आकर पैसा भेज देते हैं।
जस्ट डायल या सजेस्ट एडिट फ्रॉड- गूगल का एक फीचर है, सजेस्ट एंड एडिट। इसका फायदा शातिर खूब उठाते हैं। शातिर गूगल पर फर्जी वेब पेज बना लेता है। पेज पर मोबाइल नंबर एडिट कर देता है। लोग किसी भी बात के लिए गूगल सर्च करते हैं। वहां से गलत नंबर निकाल कर कॉल करते हैं। जिसके बाद ठगी के शिकार हो जाते हैं।