रेड लाइट एरिया में मिली छत्तीसगढ़ की 41 नाबालिग

Durg: 6 दिन पहले बिहार के रोहतास जिले में स्थित रेड लाइट एरिया में छापेमारी के दौरान छत्तीसगढ़ की 41 नाबालिग लड़कियां देह व्यापार के धंधे में लिप्त मिलीं। इनमें तीन दुर्ग जिले की हैं। दुर्ग पुलिस की टीम रोहतास जाकर बच्चियों से मिल चुकी है। पूछताछ में बच्चियों ने बताया कि उनके साथ कोई देह व्यापार नहीं कराया जा रहा Chhattisgarh Crimesथा। वे नाचने गाने का काम करते हैं। पैसा कमाने के लालच में उनके माता पिता ने बिहार नाचने के लिए भेजा था।पुलिस ने सभी लड़कियों अपने कब्जे में लेकर उन्हें वहां एक NGO के पास रखवाया है। इनके साथ एक नाबालिग लड़का भी है। इन सभी लड़कियों को लेने के लिए छत्तीसगढ़ के अलग-अलग थानों से पुलिस की टीम गई है।लड़कियों को लेकर कल रात तक पहुंचेगी दुर्ग पुलिस

 

दुर्ग पुलिस की टीम अभी शासापुर पहुंची हैं। कल टीम रोहतास पहुंचेगी। वहां वो लोग रोहतास पुलिस औ महिला बालविकास विभाग की टीम की मदद से तीनों बच्चियों को अपनी सुपुर्दगी में लेकर दुर्ग लाएगी। ऐसा कहा जा रहा है कि टीम बच्चियों को लेकर 13 मार्च की रात तक पहुंच जाएगी।

 

डांस ग्रुप के ठिकानों पर रेड के दौरान मिली बच्चियां

 

9 मार्च को रोहतास जिले के नटवार थाना पुलिस ने नटवार बाजार में 2 डांसर ग्रुपों के ठिकाने पर छापेमारी की थी। दोनों ठिकानों से छत्तीसगढ़ से आई 41 नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया। इनके साथ चार लड़कों को भी बरामद किया गया। पुलिस ने इस कार्रवाई में पांच लोगों को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया है।बाल कल्याण समिति ने किया देह व्यापार कराने का दावा

 

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रोहतास जिले की बाल कल्याण समिति ने सभी लड़कियों को बरामद किया। समिति ने बताया कि ज्यादातर लड़कियां गरीब परिवारों से हैं। इन लड़कियों के माता-पिता ने 30 से 50 हजार रुपए में अपनी बेटी का सौदा कर दिया था।

 

पहले इन्हें ऑर्केस्ट्रा में डांस करने के लिए लाया गया, फिर जबरन गलत काम करवाया जाने लगा। इससे होने वाली कमाई का कुछ हिस्सा लड़कियों के माता-पिता को भी भेजा जाता था।

 

छत्तीसगढ़ के इन जिलों की लड़कियां हुई बरामद

 

बिहार के रेड लाइट इलाके से रेस्क्यू की गई लड़कियां छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर, दुर्ग समेत अन्य जिलों की हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस की कई टीमें रोहतास भेजी गई हैं। इसमें दुर्ग की टीम भी शामिल है। वहां से सभी लड़कियों को लाकर उनके माता पिता को उन्हें सौंपा जाएगा