देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा में आई जल प्रलय से 32 लोगों की मौत हो गई. जिसमें 8 शव की पहचान हो गई है. बाकी शव की शिनाख्त की जा रही है. वहीं अभी भी 174 लोग लापता हैं, इनमें से टनल में फंसे हुए करीब 35 मजदूरों को निकालने कार्य जारी है. मंगलवार को रातभर टनल से मलबा हटाने का कार्य चलता रहा. इस दौरान ड्रोन की भी मदद ली गई. बताया जा रहा है कि अभी टनल से मलबा हटाने में और समय लगेगा.
रेस्क्यू टीम दूसरा रास्ता तलाश रही
टनल की बनावट के चलते राहत कार्यों में परेशानी हो रही है. टनल के मुहाने के रास्ते से केवल एक डोजर ही प्रवेश कर पा रहा है. इससे तीन दिनों में महज 150 मीटर दूरी तक ही मलबा हटाया जा सका है. ऐसे में अब टीमें वहां जाने के लिए दूसरे रास्ते तलाश रही है. इसके लिए टनल के इंजीनियरों की एक टीम भी बुलाई गई है.
सुरंग में अभी भी टनों मलबे के ढेर
तपोवन में 18 सौ मीटर लंबी सुरंग के अंदर अभी टनों मलबे के ढेर लगे हैं. इसे हटाने मात्र एक जेसीबी लगी हुई है, जो पिछले तीन दिन में लगभग 130 मीटर में फैले मलबे को ही हटा पाई है.
#WATCH | The rescue operation at the 2.5 km long Tapovan tunnel in Chamoli district of Uttarakhand continued on Tuesday night; teams worked to remove slush and debris in the tunnel. Around 30 people are feared trapped in the tunnel
(source: SDRF) pic.twitter.com/huubhDUGI2
— ANI (@ANI) February 10, 2021