18 सितंबर से बदल जाएगा एसबीआई एटीएम से 10 हजार रुपये से ज्यादा कैश निकालने का नियम

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नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक ने एटीएम फ्रॉड के बढ़ते मामले को देखते हुए एटीएम से कैश निकासी के नियमों में बदलाव किया है. एसबीआई ने एटीएम में वन टाइम पासवर्ड बेस्ड एटीएम विड्रॉल सुविधा को 24×7 लागू करने का फैसला किया है. यह सुविधा देश भर के सभी एसबीआई एटीएम पर 18 सितंबर से लागू होगी. बता दें कि इससे पहले, एसबीआई ने रात के समय में एटीएम फ्रॉड से बचने के लिए ओटीपी आधारित एटीएम विड्रॉल की सुविधा 1 जनवरी 2020 से शुरू की थी. इसके तहत रात को 8 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक एसबीआई एटीएम से 10,000 रुपये और इससे ज्यादा कैश निकालते समय ओटीपी की जरूरत होती है.

चौबीसों घंटे होगी ओटीपी की जरूरत

24×7 ओटीपी-आधारित नकदी निकासी सुविधा की शुरूआत के साथ, एसबीआई ने एटीएम नकदी निकासी में सुरक्षा स्तर को और मजबूत किया है. दिन भर इस सुविधा को लागू करने से एसबीआई डेबिट कार्डधारक धोखेबाजों, अनधिकृत निकासी, कार्ड स्किमिंग, कार्ड क्लोनिंग और अन्य जोखिम से बच सकेंगे.

सिर्फ एसबीआई एटीएम में मिलेगी ये सुविधा

ओटीपी आधारित नकद निकासी की सुविधा केवल एसबीआई एटीएम में उपलब्ध है क्योंकि गैर-एसबीआई एटीएम में नेशनल फाइनेंशियल स्विच (एनएफएस) में विकसित नहीं की गई है. ओटीपी एक सिस्टम-जेनरेटेड न्यूमेरिक स्ट्रिंग है, जो उपयोगकर्ता को एकल लेनदेन के लिए प्रमाणित करता है. एक बार जब ग्राहक एटीएम में विड्रॉल रकम दर्ज कर लेते हैं तो उसके बाद एटीएम स्क्रीन ओटीपी मांगेगी, जहां आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त किए गए ओटीपी को दर्ज करना होगा.

एसबीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर सीएस शेट्टी (रिटेल एंड डिजिटल बैंकिंग) ने कहा, ‘एसबीआई तकनीकी सुधार और सुरक्षा स्तर में वृद्धि के माध्यम से अपने ग्राहकों को सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में हमेशा सबसे आगे रहा है. हमें विश्वास है कि 24×7 ओटीपी प्रमाणित एटीएम निकासी से एसबीआई के ग्राहकों के पास सुरक्षित और जोखिम रहित नकदी निकासी का अनुभव होगा.’

कैसे काम करेगी एसबीआई की यह सुविधा?

  • एसबीआई एटीएम से कैश निकालने के लिए ग्राहकों को पिन नंबर के साथ एक ओटीपी भी डालना होगा. यह ओटीपी उनके द्वारा रइक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा.
  • एसबीआई की ओटीपी बेस्ड एटीएम विड्रॉल सुविधा केवल 10 हजार रुपये से अधिक की निकासी पर ही उपलब्ध होगा.
  • एसबीआई ने इस सुविधा को इसलिए पेश किया है ताकि एसबीआई डेबिट कार्ड होल्डर्स को किसी भी संभावित स्किमिंग या कार्ड क्लोनिंग से बचाया जा सके. इस प्रकार वो फ्रॉड से बच सकेंगे.