महासमुन्द
शिखा दास
कानून से बेखौफ बाल अपराध
कानून से बेखौफ
नाबालिग
स्तब्ध है जन-मानस *
10वीं के छात्र ने 12वी के छात्र वेदांत चन्द्राकर की हत्या को दिया अंजाम *
जिले के हर कस्बे नगर गांव राममय भक्ति से सराबोर थे
इस बीच महासमुन्द में भी रामनवमी की जुलूस यात्रा
निकाली गई थी शहर के लोग भक्ति भाव में डूबे हुए थे लेकिन एक बहुत बड़ी दुखद घटना घट गई ।जिससे शहर के लोग स्तब्ध रह गए लोग
पुलिस प्रशासन को लोग कोसते रहे क्योंकि कल की घटना ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों को बोलने मजबूर कर दिया गया क्योंकि अगर पेट्रोलिग शहर में होते रहता तो शायद यह घटना नहीं घटती।
महासमुन्द के दादा बाड़ा के पीछे नाली के पास खून से लथपथ पड़ा था 17वर्ष का वेदांश
यह घटना बताती है कि
आज के छोटे बच्चे कितनी मानसिक विकृतियों के शिकार हो चुके हैं ?
यह भी चर्चा हो रही है इमली भाटा निवासी वेदांश चंद्राकर की निर्मम हत्या एक नाबालिक छात्र द्वारा ही करना लोगों में चर्चा
कहीं नशे के कारण तो हिम्मत कर पाया आरोपी /
रात्रि में यहां घटना होना पुलिस प्रशासन की पोल खोल रही है आखिर छोटे बच्चे इतनी रात तक क्या कर रहे थे पुलिस प्रशासन की नजर क्यों नहीं पड़ी??
नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है
पुलिस सूचना मिलने के बाद वेदाश को खून से लथपथ हालात में अस्पताल ले गयी जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया
पिता ने रात्रि में वेदांश को भोजन करने घर आओ मोबाईल काल किया था तो उसने रामनवमी जुलूस में हूं बाद में आऊंगा बोला
फिर कुछ देर बाद उनके पिता को वेदांश के हत्या की खबर मिली
इस घटनाक्रम ने समाज में कानून से बेखौफ वयस्क ही नहीं
नाबालिग भी हो चुके हैं
यह दिखाया है
बहरहाल इन विकृतियों का समाधान कैसे होगा चिंतनीय
जिसने अपने बेटे को खोया उस परिवार का दर्द वहीं समझ सकतें हैं
रामनवमी के दिन ऐसा होगा उस पीड़ित परिवार ने सोचा भी नहीं होगा