राजापड़ाव क्षेत्र के सैकड़ो मुखियाओ ने फर्जी वन पट्टा मामले को लेकर लिया फैसला

 

पूरन मेश्राम /मैनपुर। विकासखंड मैनपुर राजापड़ाव क्षेत्र का आवश्यक बैठक ग्राम शोभा में 13 दिसंबर को रखी गई थी। जहां पर क्षेत्र भर के सैकडो़ बुजुर्ग सियान युवा शामिल होकर विगत कई वर्षों से वनाधिकार पट्टा के संबंध में चल रहे गतिरोध पर चर्चा की गई।

जहां पर फर्जी वन पट्टा मामले में बिना ठोस प्रमाण के कोई शिकायत या आरोप संजय नेताम व उनके परिवार के खिलाफ नहीं लगाने की बात कही गई जिसे दोनों पक्षों ने शिरोधार्य बता कर पालन करने आश्वस्थ किया इस प्रकार लंबे समय से वन अधिकार पट्टा पर जारी गतिरोध पर समाधान क्षेत्र के मुखियाओं के द्वारा किया गया। फिर विधिवत देवीय पूजा पाठ करके दोनों पक्षों को मिलाया गया था।

लेकिन उस फैसले पर आया अब नया मोड़

क्षेत्र के सियानो द्वारा लिया गया फैसला को पूर्व सरपंच जमुनाबाई मरकाम ने मानने से किया इनकार और कहा मेरे पति गौकरण मरकाम ने बैठक में दबाव के कारण जताई थी सहमति

प्रेस विज्ञप्ति में पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत शोभा, जमुना बाई मरकाम ने कहा है कि गरियाबंद जिला के विकासखंड मैनपुर राजापडाव क्षेत्र का आवश्यक बैठक 13 दिसंबर दिन शुक्रवार को संजय नेताम व पत्नी अनीता नेताम का फर्जीवन पट्टा के संबंध में आयोजित किया गया था। मेरे पति के द्वारा घर आने पर बताया कि उस बैठक में क्षेत्र के युवा बुजुर्ग सियान शामिल होकर मेरे पति गौकरण मरकाम को पूरे दस्तावेज के साथ बुलाए थे।बैठक में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सहायक आयुक्त के जवाब कॉपी के साथ ही रेंजर,डिप्टी रेंजर, परिसर रक्षी सभी लोगों के शपथ पत्र के सत्यापित कॉपी के साथ उपस्थित हुआ था। बैठक में क्षेत्रीय सियानो के द्वारा उक्त मामले को विधानसभा में मुद्दा उठाने के लिए विधायक जनक ध्रुव को किसने कहा था जिसके जवाब में मेरे पति गौकरण मरकाम द्वारा मैंने कहा था,,, ऐसा कहने पर इस मुद्दे को सर्वप्रथम गांव के ग्राम सभा में रखना चाहिए था ऐसा सियानो के द्वारा कहते हुए पूरे दस्तावेज का अध्ययन किए बिना ही बरन सिंह परिसर रक्षी का शपथ पत्र पढ़कर सभी चिल्लाना चालू कर दिए और रखे गए दस्तावेज को बिना सूक्ष्म अध्ययन किये बिना ही फर्जी करार देते हुए सभी लोगों ने दबाव बनाते हुए कहा कि तुम्हारे आपसी द्वंद्व के वजह से ही क्षेत्र में सैकड़ो वन पट्टा लंबित है।केस वापस लो मेरे पति बहुत सारी बातें रखना चाहते थे। लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हुए उन्होंने भय,डर और दबाव के कारण बिना पढ़े रजिस्टर में सहमति के लिए हस्ताक्षर कर दिया गया मैं उसका खंडन करती हूंँ।विदित हो,कि ग्राम पंचायत शोभा के पूर्व सरपंच जमुना बाई पति गौकरण मरकाम द्वारा ग्राम के ही निवासी एवं जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम व उनकी पत्नी अनिता नेताम पर फर्जी तरीके से वनाधिकार पट्टा प्राप्त करने की शिकायत की गई थी

हालांकि विभिन्न स्तर की अनेक बिंदुओं पर जाँच उपरांत यह आरोप निराधार पाया गया था। तथा संजय नेताम द्वारा कूटरचना करके वनाधिकार पट्टा प्राप्त करने के कोई साक्ष्य नहीं मिले थे। यह मामला ग्राम,जनपद,अनुभाग व जिला स्तर के बाद विधानसभा में भी गूंजा था।

इस संबंध में क्या कहते हैं राजापडा़व क्षेत्र के आदिवासी समाज मुखिया प्रताप नेताम

बैठक में कोई दबाव नहीं किया गया है आपसी सहमति के आधार पर फैसला हुआ है।

दशरथ नेताम- एक बार और राजापड़ाव क्षेत्र के बुजुर्ग सियानो के साथ बैठक बैठकर जहां तक संभव हो सके न्याय संगत आपसी द्वंद्व पर समाधान फिर किया जाएगा।

 

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