सड़क हादसे में बाल-बाल बचे वरिष्ठ पत्रकार आनंदराम साहू, चिकित्सकों ने कहा-हैं खतरे से बाहर

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पत्रकार साहू स्कूटी से शाम 5 बजे कलेक्टोरेट से बरोंडा चौक की ओर जा रहे थे। विपरीत दिशा से दो किशोरी (बच्चियां) रॉन्ग साइड से तेज गति से आ रही थीं। उनकी स्कूटी को आमने- सामने टकराने से बचाने के लिए साहू ने जोरदार ब्रेक लगाई। इससे स्कूटी अनियंत्रित होकर गिर गई। स्कूटी सवार बेटियों को बचाते-बचते बुरी तरह से वे जख्मी हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पत्रकार साहू स्कूटी से शाम 5 बजे कलेक्टोरेट से बरोंडा चौक की ओर जा रहे थे। विपरीत दिशा से दो किशोरी (बच्चियां) रॉन्ग साइड से तेज गति से आ रही थीं। उनकी स्कूटी को आमने- सामने टकराने से बचाने के लिए साहू ने जोरदार ब्रेक लगाई। इससे स्कूटी अनियंत्रित होकर गिर गई। स्कूटी सवार बेटियों को बचाते-बचते बुरी तरह से वे जख्मी हो गए।

तुरंत मिला इलाज

आसपास के समाजसेवी युवाओं ने घायल साहू को बेहोशी की हालत में उठाकर पास के दुकान में ले गए। बाद मेँ वरिष्ठ पत्रकार सालिकराम कन्नौजे, बाबूलाल साहू और सुपुत्र तीर्थराज साहू ने तत्काल उन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल  महासमुंद पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने त्वरित उपचार किया। इस तरह दुर्घटना में घायल होने और त्वरित उपचार मिलने से वे खतरे से बाहर हैं। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे हादसों में सिर से ज्यादा खून बहने पर स्थिति नाजुक होती है। हादसा के बाद त्वरित अस्पताल पहुंचाया जाना जोखिम को कम करता है।

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