सरकारी आदेश कागजों में सिमटा, सड़कों पर मवेशियों का कब्जा
नरेन्द्र ध्रुव/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स
गरियाबंद। आवारा पशुओ के सुरक्षा और संरक्षण हेतु लागु की गई राज्य सरकार की महती योजना रोका छेका अभियान नगर पालिका क्षेत्र में पूरी तहर फेल साबित हो रही है। जिम्मेदार प्रशासन के उदासीनता के चलते सरकारी आदेश कागज में ही सिमट गया और सड़को पर मवेशियो का कब्जा हो गया है। जिसके चलते आए दिन आवाजाही करने वाले राहगीर सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे है।
आवारा मवेशियो के कारण नगर के बीच से होकर गुजरे नेशनल हाईवे 130 सहित सभी प्रमुख मार्गो में रोजाना यातायात प्रभावित हो रहा है परंतु प्रशासनिक निष्क्रियता इस कदर बढ़ गई है कि इस मामले में नगर पालिका के निर्वाचित जनप्रतिनिधियो के शिकायतो की भी सुनवाई नही हो रही है। रोका छेका अभियान के क्रियान्वयन और सड़को से आवारा मवेशी को हटाने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन सहित सभी पार्षद और जनप्रतिनिधि लगातार शिकायत कर रहे है परंतु पालिका प्रशासन इसे गंभीरता से ध्यान नही दे रहा है।
इधर इस अभियान के लिए पालिका प्रशासन ने जिसे प्रभारी नियुक्त किया है वह भी अब तक इसमें सक्रिय नजर नही आ रहें है जिसके चलते जनप्रतिनिधियो में नाराजगी व्याप्त हैं। जनप्रतिनिधियो के मौखिक शिकायत पर कार्यवाही ना होने के चलते मंगलवार को इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फु मेमन ने सीएमओ को लिखित ज्ञापन सौपकर इस पर कार्यवाही की मांग की हैं।