रणनीति लगातार बदलनी होगी, वायरस धूर्त है, बार-बार रूप बदल रहा है : PM मोदी

Chhattisgarh Crimes

नई दिल्ली । देश में कोरोना कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण निर्मित हुई विपरीत परिस्थितियों के कारण कई जिलों में अभी भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के 54 जिलों के कलेक्टरों के साथ चर्चा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 राज्यों के 54 जिलों के डीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग कर रहे हैं। इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुई है। बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें हमारी रणनीति लगातार बदलनी होगी क्योंकि कोरोना वायरस भी धूर्त है और लगातार अपना रूप बदल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर जिले की रणनीति अलग-अलग हो सकती है। साथ ही वैक्सीन वेस्टेज पर भी ध्यान देना जरूरी है।

ताजा हालात पर होगी चर्चा व रणनीति की समीक्षा

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज होने वाली बैठक में कोरोना संक्रमण के ताजा हालात और उन पर नियंत्रण पर चर्चा होगी। पीएम मोदी 10 राज्यों-छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश के डीएम और फील्ड अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 100 जिलों के डीएम के साथ बैठक कर रहे हैं।

इससे पहले 18 मई को पीएम मोदी ने 9 राज्यों के 46 डीएम के साथ बैठक की थी। कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों की जानकारी लेकर प्रधानमंत्री दिशा-निर्देश देंगे। संभावना है कि इस संवाद में मुख्यमंत्री और शासन के उच्चाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

बैठक में सीएम ममता बनर्जी भी होगी शामिल

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव के साथ पश्चिम बंगाल के 9 जिलों के डीएम भी वर्चुअली मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तरप्रदेश के 5 जिलों के कलेक्टरों से कोरोना को लेकर संवाद करेंगे। इससे पूर्व भी प्रधानमंत्री दूसरे जिलों के डीएम से संवाद कर चुके हैं। पीएम गुरुवार को मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बरेली और मुरादाबाद जिले के डीएम से सीधा संवाद करेंगे।

हर जिले में कमांड सेंटर बनाने का सुझाव

इधर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक थिंक टैंक ने हाल ही में सुझाव दिया है कि कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हर जिले में कोरोना कमांड सेंटर स्थापित किया जाना चाहिए जो जरूरी बुनियादी ढांचे और मानव संसाधन से सुसज्जित हो। इस कमांड सेंटर से गांवों और उसके बीच सूचनाओं का दोनों ओर से आदान-प्रदान हो सके। द टेक्नोलाजी इंफोरमेशन फोरकास्टिंग एंड असेसमेंट काउंसिल के सुझाव में बताया गया है कि मदद से उपलब्ध संसाधनों और आंकड़ों का अन्य वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए अधिकतम इस्तेमाल हो सकेगा।

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