पटना। बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में जांच करने के लिए मुंबई गए पटना एसपी विनय तिवारी के क्वारंटाइन किए जाने के केस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा है कि जो हुआ, वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह राजनीतिक नहीं है, बिहार पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही है। हमारे डीजीपी वहां के अधिकारियों से बात करेंगे।’ वहीं, बीएमसी ने इस मामले पर जवाब दिया है कि पटना के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को मुंबई एयरपोर्ट पर घरेलू आगमन के वर्तमान कोरोना दिशा-निदेर्शों के अनुसार क्वारंटाइन किया गया है।
इससे पहले रविवार रात को पूरे मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। मुंबई एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद सिटी एसपी ने मामले की जांच कर रहे चारों पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। 6 दिनों में टीम द्वारा की गई जांच और जमा किए गए सबूत की जानकारी ली थी। विनय तिवारी टीम के साथ एक संदिग्ध से पूछताछ कर रहे थे इसी दौरान रविवार देर रात करीब 11:00 बजे के आसपास बीएमसी के अफसरों ने उन्हें क्वारंटाइन कर दिया।
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने रविवार देर रात ट्वीट कर बताया था कि आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी बिहार पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर आज पटना से मुंबई पहुंचे लेकिन बीएमसी अधिकारियों ने जबरन उन्हें क्वारंटाइन कर दिया। अनुरोध के बावजूद उन्हें आईपीएस मेस में आवास प्रदान नहीं किया गया था जिसके बाद वह गोरेगांव (मुंबई) के एक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे।
बता दें कि सुशांत की मौत के मामले की जांच को मुंबई गई बिहार पुलिस की टीम को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आरोप हैं कि मुंबई पुलिस बिहार पुलिस टीम को सहयोग नहीं दे रही है। इसी वजह से पटना सिटी एसपी विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया था।
पटना पुलिस को मिले कई अहम सुराग
वहीं, जांच के दौरान पटना पुलिस को अब तक कई अहम सुराग मिले हैं। दर्ज कि, लोगों के बयान से एसआईटी को यह पता चला है कि 9 से 13 जून के बीच सुशांत सिंह के मोबाइल में 14 सिम बदले गए थे। सुशांत के घर में हुई पार्टी के बाद 14 जून को सुशांत ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। ऐसे में एसआईटी उन कड़ियों को ढूंढ़ने में जुटी है, जिन हकीकतों पर शुरू से मुंबई पुलिस पर्दा डाल रही है।