अब तक हम मजदूरों से संपर्क नहीं कर पाए हैं
बी संतोष ने बताया कि अब तक हम टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क नहीं कर पाए हैं. हम भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और कुछ अन्य लोगों की सलाह ले रहे हैं. अभी पानी निकाला जा रहा है. रेस्क्यू टीम आगे बढ़ रही है लेकिन आखिरी 40 या 50 मीटर तक हम नहीं पहुंच पाए हैं. जीएसआई और एनजीआरआई के साथ ही एलएंडटी के एक्सपर्ट भी यहां पहुंच चुके हैं.
उन्होंने कहा, रेस्क्यू टीम आखिरी 50 मीटर तक नहीं जा पा रही हैं. इसी जगह 8 लोग फंसे हुए हैं. वहां कीचड़ और मलबा जमा हो गया है. जीएसआई और एनजीआरआई के अलावा एलएंडटी के एक आस्ट्रेलियाई एक्सपर्ट को भी मौके पर बुलाया गया है. उन्हें टनल संबंधी कार्यों का बड़ा अनुभव है.
मजदूरों के बचने की संभावना बहुत कम
बताया जा रहा है कि सेना, नौसेना, सिंगरेनी कोलियरीज और अन्य एजेंसियों के 584 कुशल कर्मियों की एक टीम ने 7 बार सुरंग का निरीक्षण किया है. उन्होंने बताया कि मेटल रॉड को काटने के लिए लगातार गैस कटर का यूज किया जा रहा है. इससे पहले तेलंगाना के मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने सोमवार को कहा था कि सुरंग में फंसे मजदूरों के बचने की संभावना बहुत कम है.