देवउठनी एकादशी से शुरू हो जाएंगी विवाह की शुभ मुहूर्त

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रायपुर। 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी है और इसी दिन से विवाह के योग्य युवक-युवतियों के शादी की शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगी। इस साल विवाह के लिए 6 शुभ मूहूर्त हैं वहीं अगले साल 2021 में 22 अप्रैल से फिर विवाह मुहूर्त की शुरूआत जो जुलाई के पहले पखवाड़े तक चलेगी। इसके बाद पुन: चातुर्मास शुरू हो जाने के कारण विवाह पर रोक लग जाएगी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार तुलसी पूजा (देवउठनी एकादशी) के दिन यानी 25 दिसंबर से शादी के लिए शुभ मुहूर्त की शुरूआत हो जाएगी। नवंबर में मात्र दो मुहूर्त 25 और 30 नवंबर को ही श्रेष्ठ हैं और दिसंबर में एक, सात, नौ और ग्वारह दिसंबर के लिए चार मुहूर्त श्रेष्ठ हैं। इसके बाद अगले महीने 15 दिसंबर को मलमास शुरू हो जाने से फिर विवाह मुहूर्त पर रोक लग जाएगी। 14 जनवरी तक मलमास रहेगा। विवाह के लिए गुरु तारा यानी गुरु ग्रह का उदित होना आवश्यक माना जाता है। चूंकि जनवरी 2021 में ही गुरु तारा अस्त हो जाएगा, जो फरवरी तक अस्त रहेगा इसलिए विवाह मुहूर्त नहीं हैं।

16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र तारा अस्त रहेगा। साथ ही इसी बीच मार्च महीने में होलाष्टक और 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन मलमास भी विवाह के लिए कारक नहीं होते। इस दौरान कोई भी संस्कार नहीं किए जा सकेंगे। शुक्र तारा उदित होने के बाद 22 अप्रैल से फिर विवाह मुहूर्त की शुरूआत होगी। जुलाई के पहले पखवाड़े तक शुभ मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद पुन: चातुर्मास शुरू हो जाने से विवाह के मुहूर्त नहीं होंगे।

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