रायपुर. छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति रमेश सिन्हा ने हाईकोर्ट के मामलों की सुनवाई के बाद आज औचक निरीक्षण के लिए जांजगीर-चांपा पहुंचे. यहां उन्होंने जिला न्यायालय, परिवार न्यायालय एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के सभी कक्षों का निरीक्षण किया. उन्होंने परिसर में अस्त व्यस्त पार्किंग, कोर्ट प्रांगण में अवारा पशुओं का विचरण, भवन की दिवालों में जगह-जगह सीपेज और वॉशरूम को अत्यधिक अस्वच्छ पाया. इसे लेकर नाराजगी व्यक्त की और सभी समस्याओं के शीघ्र निराकरण के लिए जिला न्यायाधीश को निर्देश दिए.
मुख्य न्यायाधिपति द्वारा यह औचक निरीक्षण का लगातार दूसरा दिन था. मुख्य न्यायाधिपति सिन्हा ने अधिवक्ताओं के बाररूम का भी निरीक्षण किया और उनकी समस्याओं को सुनकर शीघ्र निराकरण करने संबंधितों को निर्देश दिए. उन्होंने कॉन्फ्रेन्स हॉल में जिले के सभी न्यायाधीशों के साथ एक संयुक्त बैठक कर प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने एवं 5 से 10 वर्ष के पुराने प्रकरणों को प्राथमिकता देते हुए त्वरित गति से निराकृत करने के निर्देश दिए. औचक निरीक्षण में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल अरविन्द कुमार वर्मा भी शामिल थे.
ज्ञात हो कि मुख्य न्यायाधिपति रमेश सिन्हा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में आए हुए मात्र 3 माह ही हुए हैं. इन 03 माह के कार्यकाल में ही जिला न्यायालय रायपुर, बिलासपुर, कांकेर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, कोरबा, कटघोरा एवं मुंगेली का निरीक्षण कर मुलभूत सभी आवश्यक कार्य को शीघ्र दुरूस्त करने के निर्देश दे चुके हैं. मुख्य न्यायाधिपति के लगातार औचक निरीक्षण करने से राज्य के सभी जिला न्यायालयों एवं संबंधित अधिनस्थ न्यायालयों में मूलभूत सुविधाओं में सुधार होना प्रारंभ हो गया है.