कोटा कालेज की छात्रा पर जानलेवा हमला करने वाला युवक पुलिस की गिरफ्त में

इस घटना से छात्र छात्राओं में है डर का महौल, छात्रा की हालत स्थिर

Chhattisgarh Crimes

करगीरोड कोटा – सोमवार चार तारीख को कोटा में जो हादसा हुआ वो अप्रत्याशित और दहलाने वाला था ऐसी घटना शहर में पहले नहीं घटी थी। इस घटना ने हर पालकों को चिंता में डाल दिया था जिनके बच्चे स्कूल कालेज पढ़ने जाते हैं ।

निरंजन केशरवानी कालेज में एमए की छात्रा हेमा सिंह पर उसी कालेज से बीए करके निकले योगेश साहू साजापाली के छात्र ने धारदार हथियार से हमला कर दिया था । हमला करने के बाद आरोपी युवक फरार हो गया था जबकि छात्रा को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां से उसे बिलासपुर रिफर कर दिया गया था ।

कोटा पुलिस अपराध दर्ज करने के बाद आरोपी की पतासाजी में जुट गई थी । कल ही कोटा के नव निर्वाचित विधायक अटल श्रीवास्तव भी छात्रा को देखने अस्पताल पहुंचे थे और जानकारी ली थी ।

कोटा पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी थी । कोटा पुलिस की मेहनत का असर हुआ और पुलिस ने आरोपी को गिरफतार कर लिया । कोटा टीआई ने जानकारी दी है कि अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है जल्द ही उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा ।

बिते सोमवार को कोटा कालेज की छात्रा पर प्राणघातक हमला करने वाले आरोपी युवक को आज कोटा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया , पुलिस अपनी कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद उसे अदालत में पेश करेगी । कोटा थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग ने आज दोपहर मीडिया से बात करते हुए इस पूरे मामले का खुलासा किया ।

घटना दो दिन पहले की है सोमवार चार तारीख को कालेज से वापस आ रही छात्रा हेमा सिंह ठाकुर पर एक युवक ने धारदार हथियार से हमला कर दिया था । हमले के बाद छात्रा को कोटा अस्पताल लाया गया जहां से उसे बिलासपुर रिफर कर दिया गया ।
इस सबके बीच कोटा कालेज जाने वाले छात्र छात्राएं इस घटना के बाद कैसा महसुस कर रहे हैं इसकी जानकारी दबंग दुनिया ने ली जिसमें छात्राओं ने इस घटना के बाद के हालात को बताया ।

कोटा कालेज आने जाने में छात्र छात्राओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है । कालेज जाने के लिए जो मुख्य मार्ग है उससे जाने पर कालेज काफी दूर पड़ता है और वहां आने जाने के लिए कोई वाहन या अन्य आवागमन के साधन नहीं है ऐसे में छात्र छात्राओं को रेलवे स्टेशन क्रास करने के बाद पहाड़ चढ़ कर कालेज जाना होता है ।

इस घटना के बाद शासन प्रशासन को इस दिशा में कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए जिससे कालेज आने जाने वाले बच्चे सुरक्षित और बिना डर के अपनी शिक्षा पूर्ण कर सकें ।

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