राजनांदगांव। 12 जुलाई 2009 को नक्सलियों के एम्बुस में फंसे जवानों की शहादत की घटना की 14वीं बरसी पर बुधवार को तत्कालिन एसपी विनोद चौबे और 29 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस महकमे की ओर से हर साल स्थानीय पुलिस लाईन में 12 जुलाई को श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दिन नक्सल हमले में एक बड़ी वारदात के चलते स्व. चौबे और 29 जवान शहीद हो गए थे।
पुलिस लाईन में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के पहुंचे शहीदों के परिजनों की गम में आंखे भर आई। अपनों को खोने का दर्द परिजनों के चेहरे में साफ नजर आया। शहीद जवानों के परिजनों की आंखे डबडबा गई। परिजनों को एसएसपी अभिषेक मीणा ने ढांढ़स बंधाया। इस घटना से पूरा शहर और जिला हिल गया था। हर साल स्वस्फूर्त राजनीतिक और गैर राजनीतिक वर्ग के लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचते हैं।
इधर शहीदों के परिजनों का हालचाल पूछते हुए एसपी ने उनकी समस्याओं को सुना। एक शहीद की विधवा ने अपनी व्यवहारिक परेशानी से एसपी को अवगत कराया। एसपी के समक्ष महिला रो पड़ी। उनकी घरेलू समस्या को दूर करने के लिए एसपी ने आश्वासन दिया। इस बीच आज सुबह पुलिस लाईन में शहीदों को नमन करते अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी गई। स्व. विनोद चौबे की पत्नी श्रीमती रंजना चौबे हर साल की तरह इस साल भी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी की पत्नी के तौर पर उन्हें गर्व जरूर होता है, लेकिन यह एक दर्द देने वाली घटना है। उन्होंने राजनांदगांव शहर के बाशिंदों का एक तरह से आभार व्यक्त किया कि हर साल इस घटना की याद में शहर नमन रहता है।
कार्यक्रम में सांसद संतोष पांडे, महापौर हेमा देशमुख, खुज्जी विधायक छन्नी साहू, हफीज खान, कुलबीर छाबड़ा, भरत वर्मा, शिव वर्मा, अंजुम अल्वी, अभिमन्यु मिश्रा, मयंक सोनी, कलेक्टर डोमन सिंह, एएसपी लखन पटले, सीएसपी अमित पटेल, कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू, लालबाग थाना प्रभारी संतोष भुआर्य समेत पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी व शहीदों के परिजन शामिल थे।