कानपुर। एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे के खास गुर्गे जय बाजपेई की लगभग 37 करोड़ की 11 संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी है। उसके घर पर कुर्की का नोटिस पहले ही चिपका दिया गया है। अब जय के फरार तीनों भाइयों के घर के बाहर पुलिस ने मुनादी बजवाई। तीनों को हाजिर होने के लिए दो हफ्ते का समय दिया गया है। सरेंडर न करने पर मकान की कुर्की की जाएगी। नजीराबाद और अमार्पुर फोर्स शोभित, अजयकांत और रजयकांत के घर पर पहुंची। इस दौरान लोग छज्जे से झांकते रहे।
इनाम बढ़ाने की तैयारी
डीआईजी ने बताया कि जय के फरार फाइयों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। फरार होने के चलते अब तीनों भाइयों पर जल्द ही 25 हजार से बढ़ाकर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया जाएगा। इसके लिए एक रिपोर्ट बनाकर आईजी को भेज दी गई है।
ये संपत्तियां होंगी कुर्क :
-111/478 ब्रह्मनगर- अनुमानित कीमत 4 करोड़
-111/481 ब्रह्मनगर- अनुमानित कीमत 5 करोड़
-107/299 ब्रह्मनगर- अनुमानित कीमत 2 करोड़
-107/300 ब्रह्मनगर- अनुमानित कीमत 2 करोड़
-107/292-ए ब्रह्मनगर- अनुमानित कीमत 4 करोड़
-107/298 ब्रह्मनगर- अनुमानित कीमत 3 करोड़
-आर्य नगर का फ्लैट- अनुमानित कीमत 3 करोड़
-पनकी में डुप्लेक्स, अनुमानित कीमत 2 करोड़
-आर्य नगर में फ्लैट, अनुमानित कीमत 5 करोड़
-सिंहपुर रोड बिठूर में जमीन- अनुमानित कीमत- 3 करोड़
– स्वरूप नगर में मकान, अनुमानित कीमत- 4 करोड़ रुपए
विकास व गुर्गो के खिलाफ चौबेपुर थाने पहुंचे सौ से ज्यादा शिकायती पत्र
25 सालों से दहशत का पर्याय रहे विकास दुबे की मौत के बाद चौबेपुर थाने में पहुंचने लगे शिकायती पत्र। चौबेपुर थाने में अभी तक सौ से ज्यादा शिकायती पत्र पहुंच चुके हैं। इसमे कई गुमनाम विकास के गुर्गों के खिलाफ शिकायती पत्र पहुंचे है। इनकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। ब्रह्मनगर के सक्षम अवस्थी ने एक शिकायती पत्र भेजा है। सक्षम ने आरोप लगाया कि उसने लखनऊ एसआईटी टीम के सामने बयान दिए हैं। इसके बाद विकास व जय बाजपेई के गुर्गे धमकी दे रहे हैं। चौबेपुर कार्यवाहक इंचार्ज देवेंद्र सिंह ने बताया कि सभी शिकायती पत्रों की जांच की जा रही है। कुछ शिकायती पत्रों की गोपनीय जांच की जा रही है।
शहर के एक हिस्ट्रीशीटर के पास है विकास का खजाना
पुलिस के हाथ एक ऐसा शिकायती पत्र लगा है। जो काफी चौकाने वाला है। इस शिकायती पत्र में कानपुर के एक हिस्ट्रीशीटर का जिक्र किया गया है। करीब सात पन्नों के इस शिकायती पत्र में बताया गया कि विकास दुबे का सबसे खास गुर्गा है। जिसके पास विकास दुबे खजाना रहता था। कई बेमानी संपत्तियों का ब्योरा रहता है। विकास की करोड़ों की ज्वैलरी भी वहीं रखी जाती थी। साथ ही विकास के कई गुर्गे शहर में रहकर काम करते थे। कई जिलों में जमीने हैं। इस शातिर को पकड़ने से काफी बड़ा मामला सामने आ सकता है। पुलिस इसकी गोपनीय जांच कर रही है।