नई दिल्ली। वोडाफोन-आइडिया के 25 करोड़ से ज्यादा सब्स्क्राइबर को दिक्कत आ सकती है। कर्ज में दबी कंपनी को नवंबर से सेवाएं बंद करनी पड़ सकती है। दरअसल वोडाफोन आइडिया जिस इंडस टावर्स नाम की कंपनी के टावर इस्तेमाल करती है, उसने कर्ज न चुकाने पर सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है।
इंडस टावर का वोडाफोन आइडिया पर 7 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा बकाया है। इस कंपनी में भारती एयरटेल की सबसे ज्यादा 47.76% और वोडाफोन ग्रुप की 21.05% हिस्सेदारी है। वोडाफोन आइडिया की भी पहले इंडस टावर में 11.5% हिस्सेदारी थी, लेकिन 2 साल पहले भारती इन्फ्राटेल में इंडस टावर के विलय के समय कंपनी ने हिस्सेदारी बेच दी थी।
कंपनी पर 1.99 लाख करोड़ का कर्ज
VIL पर 30 सितंबर, 2021 तक 1,94,780 करोड़ रुपए का कुल कर्ज था। अप्रैल-जून तिमाही, 2022 के अंत में यह कर्ज बढ़कर 1,99,080 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
घट रहे वोडा-आइडिया के यूजर
टेलीकॉम सेकटर में रिलाइंस जियो का दबदबा बढ़ता जा रहा है।टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के अनुसार जुलाई में वोडाफोन-आइडिया कंपनी के 15.4 लाख यूजर्स ने नेटवर्क को छोड़ा है। इससे कंपनी के कुल उपभोक्ताओं की संख्या 25.51 करोड़ रह गई है।
वहीं जियो ने 29.4 लाख नए यूजर्स को अपने नेटवर्क से जोड़ा है। इसके साथ ही जियो नेटवर्क के यूजर्स की संख्या बढ़कर 41.59 करोड़ पर पहुंच गई है। भारती एयरटेल से जुलाई में 5.1 लाख नए यूजर जुड़े हैं। जिसके बाद एयरटेल के उपभोक्ताओं की संख्या 36.34 करोड़ हो गई है।
वोडा-आइडिया का 22% मार्केट शेयर
ट्राई के मुताबिक जुलाई में टेलीकॉम मार्केट में रिलायंस जियो का मार्केट शेयर 36% से बढ़कर 36.23% हो गया है, जबकि भारती एयरटेल का मार्केट शेयर 31.63% से बढ़कर 31.66% पर पहुंच गया हैं। वहीं वोडाफोन-आइडिया की हिस्सेदारी जून के मुकाबले में 22.37 से घटकर 22.22% रह गई है।
जियो के बाद एक हो गई थीं दो कंपनियां
रिलायंस जियो के आने के बाद बिड़ला की आइडिया और वोडाफोन एक में मिल गई थी। इसके बाद देश में भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को लेकर चार टेलीकॉम कंपनियां प्रमुख रह गईं। वोडाफोन आइडिया लगातार घाटा दे रही है और हाल में तो इसके डूबने तक की चर्चा हो रही थी। वोडाफोन आइडिया देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर है।