सरगुजा। जिले में एक युवक ने अपनी पत्नी को पीट-पीटकर मार डाला और लाश को मेड़ में गाड़ गिया। कत्ल के बाद महिला के कपड़ों को बैग में डालकर गांव के तालाब में छिपा दिया। उसने गांव वालों और रिश्तेदारों को पत्नी के लापता होने की झूठी कहानी सुनाई। घटना सीतापुर थाना क्षेत्र के केरजू गांव की है।
एक महीने बाद पुलिस ने पति की निशानदेही पर मेड़ की खुदाई कर शव के अवशेषों को बाहर निकलवाया। दरअसल, बिहानी बाई पैकरा (27 वर्ष) 13 जून की रात से लापता थी। पति संजीत पैकरा (30 वर्ष) ने लोगों को गुमराह करने के लिए बताया था कि वो कहीं भाग गई है क्योंकि उसके कपड़े भी घर में नहीं हैं।
2 दिन पहले ग्रामीण तालाब में मछली पकड़ने गए थे। इसी दौरान उन्हें झाड़ियों में कपड़ों से भरा एक बैग मिला। कपड़ों की पहचान बिहानी बाई के कपड़ों के रूप में की गई। परिजन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शक के आधार पर पति संजीत पैकरा को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की।
पूछताछ में संजीत ने बताया कि 13 जून की रात उसने पत्नी से मारपीट की थी। मारपीट में बिहानी की मौत हो गई। इसके बाद उसने पत्नी के शव को कंधे में उठाकर घर से करीब 500 मीटर दूर खेत की मेड़ में गड्ढा खोदकर गाड़ दिया। उसने बिहानी के कपड़ों से भरे बैग को तालाब की झाड़ियों में छिपा दिया था।
पुलिस ने मेड़ की खुदाई कर निकलवाया शव, पति गिरफ्तार
पुलिस ने सीतापुर SDM से शव खोदकर निकालने की अनुमति ली। तहसीलदार और एसडीओपी राजेंद्र सिंह मंडावी, फॉरेंसिक एक्सपर्ट ब्रजेश नागवंशी की मौजूदगी में मेड़ की खुदाई कर बॉडी पार्ट्स को निकाला गया।
DNA जांच से होगी पहचान
महिला की शिनाख्त के लिए पुलिस DNA टेस्ट कराएगी। इसके लिए हड्डियों को प्रिजर्व कर लिया गया है। पुलिस हड्डियों को DNA टेस्ट के लिए भेजेगी। वहीं, आरोपी पति ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
मामूली विवाद पर की थी हत्या
आरोपी संजीत पैकरा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 13 जून की शाम को उसकी मां, भाई और दोनों बच्चे शादी में शामिल होने गए थे। रात को बिहानी घर के आंगन में बिस्तर लगाकर सो रही थी। उसने उसे अंदर कमरे में चलकर सोने के लिए कहा। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया।
गुस्साए संजीत ने उसके सिर पर मुक्के से तीन-चार बार वार कर दिया। वह गिरकर बेहोश हो गई और थोड़ी ही देर में मौत हो गई। पत्नी को मृत हालत में देखकर संजीत डर गया। उसने बचने के लिए शव को दफना दिया। इसके बाद परिवार और रिश्तेदारों को झूठी कहानी सुनाई।