बिलासपुर। तखतपुर क्षेत्र के गनियारी गांव में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति अनावरण को लेकर नाराज महिलाओं ने चक्का जाम कर दिया. महिला समूह ने चंदा इकठ्ठा कर मूर्ति का निर्माण कराया था, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में सरपंच और क्षेत्रीय विधायक ने अनावरण कर दिया. इससे नाराज महिलाओं ने सरपंच और विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर प्रदर्शन किया. पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद महिलाओं का गुस्सा शांत हुआ और चक्का जाम समाप्त किया गया.
दरअसल, तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत गनियारी में ग्राम पंचायत भवन का उद्घाटन कार्यक्रम था, जिसमें करने क्षेत्र के विधायक धर्मजीत सिंह पहुंचे थे. इस दौरान गांव के सरपंच जितेंद्र राज ने विधायक के हाथों छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का अनावरण करा दिया. जिससे नाराज महिलाओं ने चक्का जाम कर दिया. बताया जा रहा है कि मूर्ति का निर्माण समूह की महिलाओं ने आपस में चंदा करके कराया था, मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में उन्हें भी शामिल होना था. लेकिन मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में उनको शामिल नहीं किया गया. जिससे नाराज महिलाओं का गुस्सा फूटा और विधायक धर्मजीत सिंह व स्थानीय सरपंच जितेंद्र राज के खिलाफ नारेबाजी करती हुई महिलाएं सड़क पर उतर आई और बिलासपुर कोटा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया.
महिलाओं की मांग थी कि विधायक और सरपंच उनसे माफी मांगे साथ ही मूर्ति और इस कार्यक्रम में हुए खर्च की भरपाई करें. चक्काजाम की वजह से करीब 2 घंटे तक लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. अफसरों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. इधर पुलिस ने चक्का जाम करने वालों के ऊपर उचित कार्रवाई करने की बात कही है.
बिना हमारी उपस्थित और जानकारी के मूर्ति का किया गया अनावरण – प्रदर्शनकारी महिला
गनियारी पंचायत की महिला ने बताया कि सरपंच जितेंद्र राज और विधायक धर्मजीत सिंह ठाकुर किसी अन्य निर्माण कार्य के उद्घाटन के लिए गनियारी पहुंचे थे. लेकिन महिला समूह की महिलाओं के द्वारा निर्माण करवाए गए छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को बिना हमारी उपस्थित और जानकारी के अनावरण कर दिया जिससे हम सभी महिलाओं में आक्रोश है. और ऐसे कृत्य के लिए सरपंच और विधायक को माफी मांगना चाहिए और हम सभी महिला इसी मांग को लेकर चक्काजाम किए है.
3 साल से पाई-पाई इकट्ठा कर महिलाएं मूर्ति के निर्माण करने के लिए कर रही थी कड़ी मेहनत
बिना सूर्यवंशी ने बताया कि ग्राम पंचायत गनियारी की महिलाएं पिछले 3 साल से पाई-पाई इकट्ठा करके छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति के निर्माण करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे और आज छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति पूरी तरह बनके तैयार भी थी जिसका अनावरण हम महिलाओं के द्वारा किया जाना था. लेकिन हमारे तीन वर्षों के इस मेहनत को एक झटके में सरपंच और विधायक के द्वारा चूर-चूर कर दिया और बिन बुलाए ही आकर हमारे महतारी की मूर्ति का अनावरण कर दिया जो एक प्रकार से हम महिलाओं के सम्मान काफी ठेस पहुंची है जिससे नाराज होकर हम चक्काजाम किए है और सरपंच और विधायक माफी मांगे और मुआवजा दे.
विधायक और सरपंच माफी मांगे – प्रदर्शनकारी महिला
लक्ष्मी सूर्यवंशी ने बताया कि महिलाओं के द्वारा बहुत प्रयास के बाद आज छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति निर्माण कार्य पूर्ण करवाया गया था जिसका आज अनावरण कार्यक्रम हम महिलाओं के द्वारा रखा गया था. उसी कड़ी में हम सभी महिलाओं के द्वारा रैली निकाला गया था रैली के बाद कार्यक्रम स्थान में सांस्कृतिक कार्यक्रम ओर भोजन की व्यवस्था की गई थी. जिसके बाद छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का अनावरण हमारे महिलाओं के द्वारा किया जान था लेकिन हमारे रैली से वापस आने से पहले ही सरपंच और विधायक के उपस्थिति में मूर्ति का अनावरण कर दिया गया था, जबकि हमारे द्वारा किसी नेता को अनावरण के लिए नहीं बुलाया गया था. इस घटना के लिए विधायक और सरपंच माफी मांगे और जो भी हमारा खर्चा हुआ है उसकी भरपाई करे.
समझाइश के बाद खुला मार्ग
एडिशनल एसपी ग्रामीण अर्चना झा ने बताया कि ग्राम पंचायत गनियारी में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति अनावरण को लेकर विवाद के कारण महिलाओं और ग्रामीणों के द्वारा कोटा बिलासपुर मुख्य मार्ग पर चक्का जाम किया गया था. जिसके बाद महिलाओं को समझाइश दी गई, समझाइश के बाद ग्रामीणों के द्वारा चक्का जाम खोला गया.