स्व-सहायता समूह की महिलाओं में आत्मनिर्भरता एवं कार्य करने की बढ़ी उम्मीद
महासमुंद। विश्वव्यापी कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के दौर को देखते हुए जहाँ कोई भी व्यक्ति घर से निकलने को तैयार नही है, वहीं इस समय नारी शक्ति अलग-अलग स्थलों पर अपनी भागीदारी निभाकर त्याग और समर्पण के साथ श्रेष्ठता के शिखर पर पहुँच रही हंै। महासमुन्द विकासखण्ड के स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने जिला प्रशासन के मागदर्शन में 1800 लीटर हैण्ड-सेनेटाईजर का निर्माण कर कुल 3000 बॉटल्स तैयार किया है। जिसे विकासखण्ड मुख्यालयों में 750 बॉटल्स सभी विकासखण्डों के क्वारंटाइन सेंटर एवं आम जन मानस को आसानी से उपलब्ध हो पाए इसलिए वितरित किया गया है। स्व-सहायता महिलाओं द्वारा स्वयं के ग्राम में विक्रय कर ग्रामीण स्तर में जागरूकता का कार्य किया जा रहा है, जिससे समूहों की महिलाओं को रोजगार तथा आमजन को कोरोना के वैश्विक महामारी से बचाया जा सके। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को फैलने से बचाव व रोकथाम के लिए स्व-सहायता समूह की महिलाएं हैंड-सेनेटाईजर का निर्माण कर अपने आजीविका के रूप में अपना रही है, इससे स्व-सहायता समूह की महिलाओं में आत्मनिर्भरता एवं कार्य करने की उम्मीद और बढ़ी है।