भोपाल। ऑनलाइन गेम किस तरह से हमारे बच्चों की जिंदगी खराब कर रहा है इसका एक और उदाहरण आज फिर देखने को मिला। जहां पर मात्र 11 साल के बच्चे ने फांसी लगाकर अपनी जीवन समाप्त कर लिया है। जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शंकराचार्य नगर निवासी योगेश यादव के 11 वर्षीय पुत्र सूर्यांश ने बुधवार दोपहर को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इधर इस घटना पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया है। उनके मुताबिक ऑनलाइन गेमिंग पर एक्ट तैयार कर लिया गया है। इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।
सूर्यांश कक्षा पांचवी का छात्र था और पिछले 2 सालों से स्कूलों के अधिकतर बंद रहने के कारण घर पर ही रहकर ऑनलाइन पढ़ाई किया करता था। इसी बीच उसे ऑनलाइन गेम फ्री फायर की लत लग गयी। वो अपनी मम्मी और दादा के मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेला करता था। सूर्यांश को गेम खेलने की इस क़दर लत थी कि अगर उससे मोबाइल छीन कर टीवी देखने का बोला जाता था तो भी वो टीवी पर गेम वाले प्रोग्राम लगाकर ही देखा करता था और गेम खेलते व देखते समय बहुत गंभीर हो जाता था। उसने अपने पहनने के लिये गेम वाली ड्रेस भी ऑनलाइन खरीदारी करके मंगवा रखा था
अब पुलिस ने घर के मोबाइल को जांच के लिये भेज दिया है जिससे यह पता चल सके कि सूर्यांश किस किस के साथ ऑनलाइन गम खेला करता था और आखिरी बार उसने किसके साथ गेम खेला था। कयास लगाये जा रहे हैं कि बालक के ऊपर गेम खेलने वालों ने टास्क पूरा करने या पैसे देने का प्रेशर बनाया होगा जिसके कारण बालक ने ऐसा आत्मघाती कदम उठा लिया।
अब समय आ गया है कि पेरेंट्स को सावधान हो जाना चाहिए और अपने बच्चो को मोबाइल फोन देकर बेपरवाह नहीं होना चाहिए तथा अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही साथ बच्चो को पूरा समय और दुलार दें जिससे बच्चे अवसाद में जाने से बचें तथा अपनी समस्या आपके साथ साझा कर सकें।