रायपुर। महादेव सट्टा केस में गिरफ्तार निलंबित कॉन्स्टेबल सहदेव यादव से EOW 7 दिन तक पूछताछ करेगी। रायपुर की स्पेशल कोर्ट में आज उसे पेश किया गया जहां से उसे 18 जुलाई तक EOW की रिमांड पर सौंपा गया है।सहदेव जेल में बंद भीम सिंह यादव का छोटा भाई है, जो लंबे समय से फरार चल रहा था। दोनों भाई महादेव ऐप का पैनल ऑपरेट करते थे।
EOW सूत्रों ने बताया कि, सहदेव ऑनलाइन बुक के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी के संपर्क में रहकर हवाला लेनदेन में शामिल था। वह पिछले 3 साल से महादेव ऑनलाइन बुक का पैनल ऑपरेट कर रहा था। इसका एक पैनल पटना (बिहार) में संचालित था। इसकी निशानदेही पर 11 बैंक खातों में जमा करीब 2 करोड़ रुपए फ्रीज किए गए हैं।
महादेव सट्टे से की अवैध कमाई
EOW की टीम ने सहदेव को बुधवार रात राजनांदगांव के सोमनी ढाबे से हिरासत में लिया था। रायपुर में पूछताछ के बाद गुरुवार को उसकी गिरफ्तारी की। महादेव सट्टे की अवैध कमाई से निलंबित सिपाही सहदेव यादव ने कई प्रॉपर्टी बनाई है। उन पैसों से जमीन से लेकर शेयर मार्केट तक में निवेश किया।
सहदेव ने सट्टे के पैसे से खुद के लिए जमीन और गाड़ी खरीदी। EOW ने उसकी इनोवा कार जब्त कर ली है। पिछले कई महीने से सहदेव प्रदेश से बाहर था। वह दो-तीन दिन पहले ही मुंबई से लौटा था। चर्चा है कि वह 5-6 करोड़ कैश लेकर लौटा था। हालांकि EOW की टीम को उसके पास कैश नहीं मिला है।
बिहार के गोपालगंज से रैकेट चलाने वाले 3 गिरफ्तार
रायपुर पुलिस ने महादेव सट्टा ऐप का काम करने वाले 3 आरोपियों को बिहार के गोपालगंज से गिरफ्तार किया है। यह तीनों बुकी राहुल सिंह के लिए काम करते थे। राहुल का छत्तीसगढ़ के बुकी और महादेव के प्रमोटर से सीधा कनेक्शन होने का पता चला है। इसी के 17 साथियों को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल की जांच के दौरान गोपालगंज के तीनों आरोपियों का क्लू मिला। उसी के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम बिहार पहुंची और वहां घेराबंदी कर तीन आरोपियों राज चौहान (19 वर्ष), बबलू चौहान (18 वर्ष) और रंजन चौहान (23 वर्ष) को पकड़ा। तीनों को गुरुवार को रायपुर में कोर्ट पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से 17 मोबाइल, 6 लैपटॉप, एक राउटर, सिम और एटीएम कार्ड मिला है।