प्रदेश में 60 प्रतिशत अनुसूचित क्षेत्र, ऐसे में शराब बंदी सही नहीं : मोहन मरकाम

Chhattisgarh Crimes

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में शराब बंदी को लेकर अंबिकापुर में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बड़ा बयान दिया है। मरकाम ने साफ कह दिया है कि प्रदेश में 60 प्रतिशत अनुसूचित क्षेत्र है। ऐसे में शराबबंदी करना ठीक नहीं है। शराब बंदी पर फैसला सरकार को लेना है। उन्होंने आगे कहा कि आप बताएं की बीजेपी ने कितने वादे पूरे किए हैं। उल्लेखनीय है कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में शराब बंदी की बात कही थी।

अंबिकापुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मोहन मरकाम ने कहा कि बीजेपी 15 सालों तक सत्ता में रही। उन्होंने वादा किया था 2100 रुपए धान का समर्थन मूल्य देंगे। हर परिवार को नौकरी देंगे। बेरोजगारी भत्ता देंगे। क्या उन्होंने ये सब वादे पूरे किए। मरकाम ने आगे कहा कि मैं भी आदिवासी क्षेत्र से हूं। हमारे में मरने से लेकर नेग तक के कार्यक्रम में महुए के फूल का हो और सोमरस का इस्तेमाल होता है। आपने देखा होगा वेद पुराणों में इसके बार में। उन्होंने कहा कि अभी तो हमारी संस्कृति में ये चल रहा है। ऐसे में इन 60 प्रतिशत क्षेत्रों में तो संभव नहीं है कि शराबबंदी हो। रही बात 40 प्रतिशत क्षेत्र की बात तो सरकार को इस पर फैसला लेना है।

दरअसल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम शुक्रवार को अंबिकापुर में सरगुजा संभाग के लिए डिजीटल सदस्यता अभियान प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। यहां उन्होंने जिला, ब्लॉक समेत तमाम पदाधिकारियों से चर्चा की। इस कार्यक्रम के तहत कांग्रेस ने फरवरी महीने के अंत तक 10 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। बैठक के बाद ही उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की।

मरकाम बहाना कर रहे : बीजेपी

वहीं मरकाम के इस बयान को लेकर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने निशाना साधा है। सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सनातन संस्कृति और उसके अनुयायी इस सरकार को कभी माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मरकाम जी तो पहले ही मना कर चुके हैं कि शराबबंदी नहीं करेंगे। अव वह अनुसूचित क्षेत्र का बहाना कर रहे हैं।

बीजेपी की नकल करने की कोशिश

सिहंदेव ने कांग्रेस के डिजीटल सदस्यता अभियान को लेकर कहा कि कांग्रेस चुनावी पार्टी है। कांग्रेस के अंदर संगठन और सदस्यता की कोई जगह नही है। ये पुरातन समय से ही एक चुनावी तंत्र के रूप में काम करती आई है,जो इन्होंने डिजीटल सदस्यता अभियान चलाया है। यह भारतीय जनता पार्टी की नकल करने की कोशिश की गई है।

घोषणापत्र में किया था वादा

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया था। उससे प्रदेश में शराबबंदी का भी वादा था। यही वजह है कि सरकार बनने के बाद से बीजेपी लगातार कांग्रेस सरकार से सवाल कर रही थी कि आखिर राज्य में शराबबंदी कब की जाएगी। मगर अब तक शराबबंदी राज्य में नहीं की गई है। इसके पहले भी शराबबंदी को लेकर राज्य में सियासत हो चुकी है। ऐसे में मरकाम ने इस बयान से फिर से बीजेपी को हमला करने का मौका दे दिया था।

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