तख़तपुर। बिलासपुर में 60 साल के एक बुजुर्ग ने 48 साल के अपने अधेड़ मालिक की पीट-पीट कर हत्या कर दी। दोनों के बीच खाना बनाने को लेकर विवाद हुआ था। इस पर वृद्ध ने अधेड़ पर टंगिया से हमला कर दिया और भाग निकला। पुलिस ने 9 दिन बाद आरोपी वृद्ध को गिरफ्तार कर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई है। खास बात यह है कि अधेड़ ने मजदूरी और बकरी चराने के लिए वृद्ध को रखा था। मामला तखतपुर थाना क्षेत्र का है।
साल्हेडबरी गांव निवासी हरदेव उर्फ मुन्ना ध्रुव (48) का शव 5 अप्रैल को उसके ही घर में मिला था। पुलिस पहुंची तो पता चला कि धारदार हथियार से उसकी हत्या की गई है। यह भी सामने आया कि हरदेव के परिवार के बाकी सदस्य छेरछेरा के बाद अमरकंटक और दूसरी जगह बाहर गए हुए हैं। करीब 4 महीने पहले देवरी सोनबंधा निवासी दुखीराम केंवट (60) उसके पास रहने आया। वह बकरियां चराता और खाना बनाता था, पर वारदात के बाद से गायब है।
पुलिस ने शंका के आधार पर दुखीराम की तलाश शुरू की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इस बीच 12 अप्रैल को पुलिस को जानकारी मिली कि दुखीराम ग्राम लमेर में अपने भाई के दामाद के यहां रह रहा है। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम जवाहर बताया। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने सब सच-सच बताते हुए हत्या की वारदात करना स्वीकार कर लिया।
आरोपी दुखीराम ने पुलिस को बताया कि वह कहीं भी रहकर मजदूरी करता है। वह जब हरदेव के घर पहुंचा तो वह अकेला था। उससे रहने की जगह मांगी तो तैयार हो गया। बदले में मजदूरी करने, बकरी चराने और खाना बनाने का काम दिया। वारदात वाले दिन जब दुखीराम बकरियां चराकर लौटा तो ज्यादा थका होने के कारण उसने खाना बनाने से मना कर दिया और हरदेव से बोला कि आज तुमको ही खाना बनाना है।
इसके बाद दुखीराम घूमने के लिए बस्ती की ओर चला गया। रात करीब 9 बजे लौटा तो खाना नहीं बना था। इस पर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ी कि गुस्से में दुखीराम ने पास रखी टांगी से हरदेव पर एक के बाद एक कई वार कर दिए। इससे हरदेव की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद दुखीराम वहां से भाग गया और टांगी को डॉगरी साल्हेडबरी कटाव के पास नाले की ओर फेंक दिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर टांगी बरामद कर ली है।