पौधा ढुलाई के लिए ट्रैक्टर से गए थे 8-10 स्कूली बच्चे, ट्रैक्टर पलटने से 1 बच्ची की मौत, कई घायल

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। पौधरोपण कार्यक्रम के लिए पौधों की ढुलाई जारी है. ऐसे में ट्रैक्टर से स्कूली बच्चों को पौधे ढुलाई के लिए ले जाया गया था. इस दौरान ट्रैक्टर की ट्राली पलटने से एक बच्ची की मौत हो गई. वहीं कई बच्चे घायल हो गए, जिनका इलाज जारी है. मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को कोटा जनपद पंचायत के करही कछार के बैगा पारा में पौधारोपण होने वाला था. सूत्रों के मुताबिक पौधारोपण का कार्यक्रम किसी NGO ने आयोजित किया था. ट्रैक्टर से पौधों की ढुलाई बेलगहना नर्सरी से बैगापारा तक किया जा रहा था.

मजदूर नहीं मिलने के कारण पौधे ढुलाई में बच्चों को समाोसा और पैसे का लालच देकर शामिल कर लिया. बच्चे भी खेल-खेल में और ट्रैक्टर से पौधा ढुलाई लालच में चले गए, लेकिन पौधे लेकर आते समय ट्रैक्टर दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसमें 10 साल की रामेश्वरी की मौत हो गई. कई बच्चे घायल हो गए, जिनका इलाज बेलगहना के एक अस्पताल में चल रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक आधा दर्जन से ज्यादा बच्चों को काम कराने ले जाया गया था.

मृत बच्ची रामेश्वरी की मां सवनी बाई का कहना है कि हम लोगों को मालूम ही नहीं कि कब बच्चे लोगों को पौधे के लिए ले गए. जब दुर्घटना हो गई तब हमें पता चला. मृतक रामेश्वरी की मां अब स्कूल के चक्कर लगा रही है कि कहीं से कोई मदद मिल जाए.

बेलगहना चौकी में भी इस मामले में अपराध दर्ज कर लिया गया है, लेकिन इस गंभीर मामले में अब तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हुई है. राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले जनजाति के बच्चों को लालचट देकर मौत के मुंह में धकेल दिया गया, लेकिन कोई जिम्मेदार कुछ भी कार्रवाई करने से पीछे हटते नजर आ रहे हैं. बैगा जनजाति के बच्चे और उनके परिवार को सिस्टम से न्याय की दरकार है.

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