मैनपुर। मंगलवार सुबह गांव के कुछ बच्चें खेलते खेलते सुने मकान के पास पहुचे तो जंगली मादा भालू जंगल की तरफ भाग गया लेकिन उसके नवजात शावक को सुने मकान में छोड दिया जिसकी जानकारी बच्चों ने गांव के लोगों को दिया। ग्रामीणों को जैसे ही पता चला कि गांव के पहाडी किनारे सुने मकान में एक जंगली मादा भालू ने बच्चें को जन्म दिया है। भालू के बच्चे को देखने के लिए ग्रामीणों की भींड उमड़ पड़ी। इसकी जानकारी मैनपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी अनिल कुमार साहू को दिया गया तो तत्काल वन परिक्षेत्र अधिकारी वन कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के भीड़ को वहा से हटने की अपील की, साथ ही वन विभाग को भींड को हटाने में भारी मशक्कत करते देखा गया।
इस सबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर अनिल कुमार साहू ने बताया कि ग्रामीणों के माध्यम से जैसे ही एक मादा भालू को बच्चें को जन्म देने की जानकारी मिली वे स्वंय वन अमला के साथ मौके पर ग्राम गिरहोला में उपस्थित हैं। उन्होंने बताया कि गांव के पहाड़ी किनारे एक इंदिरा आवास का निर्माण किया गया है। इस इदिंरा आवास में कोई भी निवासरत नहीं है। मकान सुनसान खाली पडा है और पहाड़ी से लगा हुआ है। जंहा बीते रात को जंगल के मादा भालू ने शावक को जन्म दिया है। यहा शावक पुरी तरह स्वस्थ्य है। उन्होने बताया कि वन विभाग ग्रामीणों की भींड को वहा से हटा दिया है साथ ही उम्मीद किया जा रहा है कि मादा भालू अपने शावक को लेने पहुंचेगी। इसलिए दूर से निगरानी किया जा रहा है क्योंकि भालू के बच्चें को सुरक्षित रखना हमारा पहला जिम्मेदारी है और सभी ग्रामीण सहयोग भी कर रहे हैं।