छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कुएं में मिली महिला और बच्चे की लाश मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक का विधवा महिला से अवैध संबंध था। महिला का 8 साल का बच्चा भी था, लेकिन युवक ने किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली थी।
मिली जानकारी के मुताबिक महिला लगातार उस पर शादी करने और अपने बेटे को साथ रखने का दबाव बना रही थी। इससे परेशान होकर युवक ने अपने चचेरे के साथ मिलकर महिला और बच्चे की हत्या कर दी।
इसके बाद आरोपियों ने महिला के हाथ-पांव बांधकर, फिर दोनों के शवों को साड़ी में लपेटकर, बोरी में भरकर और मिटटी-पत्थर बांधकर कुएं में फेंक दिया था। मामला अमलेश्वर थाना क्षेत्र के खम्हरिया गांव का है।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दुर्ग पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने डबल मर्डर केस का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि शनिवार, 22 जून को गांव के दो अलग-अलग कुओं से एक महिला और एक 8 साल के बच्चे की लाश बरामद हुई थी। दोनों शवों को साड़ी में लपेटा, बोरी में भरा और पत्थर बांधकर कुएं में फेंका गया था।
ग्रामीणों को बदबू आने पर शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद अमलेश्वर पुलिस, फॉरेंसिक टीम और सीनियर अफसर मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंची टीम ने दोनों कुओं से महिला और बच्चे के शव को बाहर निकाला।
शव बाहर निकालने के बाद महिला के हाथ-पांव बंधे पाए गए, वहीं बच्चे के शव की हालत भी काफी खराब थी। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने सुनियोजित हत्या की आशंका जताई। इसके बाद इस घटना की जांच के लिए एक टीम (SIT) बनाई गई। जांच में जुटी टीम ने आसपास के गांवों में मृतक महिला और बच्चे की पहचान के लिए पड़ताल शुरू की।
संदेह पर पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूला
पुलिस को गांव के लोगों से पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली कि गांव के छत्रपाल सिंह सिंगौर को कुछ दिन पहले एक महिला और एक बच्चे के साथ देखा गया था। संदेह के आधार पर पुलिस ने गांव के छत्रपाल सिंह सिंगौर को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पहले तो वह टालमटोल करता रहा, लेकिन कड़ाई से पूछे जाने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि महिला का नाम सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी था और वो रायपुर में रहती थी। सुनीता प्राइवेट स्कूल में टीचर थी।
इंस्टाग्राम के जरिए हुई दोनों की मुलाकात
2 साल पहले इंस्टाग्राम के जरिए उसकी सुनीता से पहचान हुई थी। इंस्टाग्राम से पहचान के बाद नंबर एक्सचेंज हुए थे। लगातार बातचीत का दौर बढ़ता चला गया तो मिलने की बात हुई, फिर सुनीता से पहली बार मुलाकात रायपुर के महादेव घाट के पास हुआ था।
इसके बाद में छत्रपाल को सुनीता ने बताया था कि मेरे पति की मौत हो चुकी है। वो अपने 8 साल के बच्चे के साथ रायपुर में रहती है। मेरे साथ मेरे मां-बाप भी रहते हैं। इसी बीच छत्रपाल ने महिला को बताया कि मेरी भी शादी नहीं हुई है। मैं तुमसे शादी कर लूंगा और बच्चे को भी साथ में रख लेंगे।
छत्रपाल सुनीता को झांसे में लेकर आए दिन कहीं न कहीं मिलता रहा। इस दौरान शारीरिक संबंध भी बनाए। इसके बाद सुनीता जब भी शादी की बात करती तो बार-बार टाल देता और एक-दो महीने में शादी करने का झूठा आश्वासन देता रहा।