अमेरिकी वैज्ञानिकों की हालिया रिसर्च कहती है, डिप्रेशन दूर करना है तो गर्म पानी से नहाइए। अमेरिका के विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी की रिसर्च में सामने आया कि डिप्रेशन के मरीज गर्म पानी से नहाते हैं तो मूड बेहतर होता है और डिप्रेशन का खतरा भी घटता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, हर 5 में से एक ब्रिटिश डिप्रेशन या बेचैनी से परेशान है। इनमें नाउम्मीदी, थकान और अनिद्रा जैसे लक्षण दिखते हैं।
30% मामलों में दवाएं भी काम नहीं करती
शोधकर्ताओं के मुताबिक, आमतौर पर मरीजों की काउंसलिंग के जरिए डिप्रेशन की वजह जानने की कोशिश की जाती है और एंटीडिप्रेसेंट दवाएं दी जाती हैं। डिप्रेशन के करीब 30 फीसदी मामलों में दवाएं भी काम नहीं करतीं। कई हफ्तों तक एंटीडिप्रेसेंट लेने से साइडइफेक्ट का खतरा भी बढ़ता है।
ऐसे हुई रिसर्च
1995 में बायोलॉजी सायकियाट्री जर्नल में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, तेज बुखार डिप्रेशन से निपटने में मददगार है। इस धारणा के साथ अमेरिकी वैज्ञानिकों ने डिप्रेशन से जूझ रहे मरीजों का शरीर हीट कॉइल की मदद से 38.3 डिग्री सेंटीग्रेट तक गर्म किया। इसके एक घंटे बाद शरीर को ठंडा किया गया। रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि 60 फीसदी मरीजों पर इसका असर हुआ। वहीं, 40 फीसदी मरीजों में पहली बार में ही असर दिखा।
जब दवाएं काम न करें तो गर्माहट दें
किंग्स कॉलेज लंदन की मनोरोग विशेषज्ञ कामाइन पेरिएंटे कहती हैं, डिप्रेशन के कुछ मरीजों में सूजन होने के कारण एंटीडिप्रेसेंट दवाएं काम नहीं करती हैं। ऐसे में डिप्रेशन से निपटने के लिए प्राकृतिक उपाय ही बेहतर है। गर्माहट के जरिए सूजन को भी कम किया जा सकता है। इसका असर दिन-प्रतिदिन घटते डिप्रेशन के रूप में दिखता है।
फल और सब्जियां भी घटाती हैं डिप्रेशन
ऑस्ट्रेलिया में 8,600 लोगों पर हुए अध्ययन में साबित हुआ कि खानपान में सब्जियां और फल खाने पर डिप्रेशन घटता है। रिसर्च करने वाली एडिथ कोवेन यूनिवर्सिटी का कहना है कि तनाव से जूझ रहे जिन लोगों ने खाने में 470 ग्राम फल और सब्जियां खाईं उनके तनाव में 10 फीसदी की कमी आई।
शोधकर्ता सिमोन रेडवेल्ली का कहना है कि रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि फल-सब्जियों का सीधा कनेक्शन दिमाग की सेहत से है। WHO भी स्वस्थ रहने के लिए रोजाना 400 फल और सब्जियां खाने की सलाह देता है।