गरियाबंद। कलेक्टर निलेश क्षीरसागर के मार्गदर्शन में जिले में उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को जिले में ही ऑपरेशन सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अथक प्रयासों व लगभग 5 साल के अंतराल बाद जिला चिकित्सालय में पुनः सिजेरियन ऑपरेशन की सेवाएं प्रारंभ की गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.आर. नवरत्न ने बताया कि 4 सितम्बर 2021 को ग्राम गोदकी विकासखंड फिंगेश्वर निवासी टोमन धु्व की धर्मपत्नी मीनाक्षी धु्व उम्र 24 वर्ष का सफल सिजेरियन डिलवरी व कॉपर-टी लगाया गया एवं ग्राम पारागांव विकासखण्ड गरियाबंद निवासी राधेश्याम की धर्मपत्नि गणेशी बाई उम्र 25 वर्ष का सफल सिजेरियन डिलवरी व ट्यूबेक्टोमी (टीटी) किया गया। डॉ. हेमंत चंद्रवंशी (स्त्री रोग विशेषज्ञ), डॉ. आलोक चंद्राकर (ऐनेस्थेटिक) व जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ. बी.बारा, डॉ.एम. एस. ठाकुर व डॉ. हरीश चौहान एवं स्टाफ नर्स श्रीमति मनीषा ध्रुव, वमिता कंवर,युगल किशोर साहू एवं ज्योति खेस इत्यादि टीम के माध्यम से कराया गया।
वर्तमान में माता व शिशु दोनों स्वस्थ हैं। जिला अस्पताल गरियाबंद में अब तक 5 सिजेरियन डिलवरी सफलतापूर्वक कराया गया है। सिविल सर्जन डॉ.जीएल. टण्डन द्वारा जानकारी दी गई कि जिला चिकित्सालय में प्रत्येक शुक्रवार को सोनोग्राफी की सेवायें भी प्रारंभ की गई है। जिससे गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी की सुविधा जिले में ही उपलब्ध करायी जा सके।