कौवांझर के ग्रामीण और पंचों ने आपात बैठक में स्टील प्लांट के समर्थन करने वाले युवाओं को फटकार…

बहकावे में आकर ऐसा करना स्वीकारा, मांगी माफी…

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। करणीकृपा पॉवर प्राइवेट लिमिटेड के इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट लगाने को लेकर हुई जनसुनवाई में कौंवाझर के युवाओं द्वारा प्लांट लगाने के समर्थन करने पर गांव लौटकर ग्रामीण और पूरी पंचायत ने बैठक बुलाई। और उन युवाओं को जमकर फटकार लगाई। बाद में युवाओं ने बहकावे में आकर ऐसे करने की बात कबूली। और युवाकों ने पूरे गांव वाले और पंचायत के सामने माफी मांगी। साथ ही भविष्य में ऐसा नहीं करने का भरोसा दिलाया।

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करणीकृपा पॉवर प्राइवेट लिमिटेड, पर्यावरण, प्रशासन और ग्रामीण, किसानों के बीच खैरझिटी में गुरुवार को हुई जनसुनवाई में ग्राम पंचायत से फर्जी प्रस्ताव दिए जाने की गुंज भी सुनाई दी। इसके अलावा कुछ ने स्टील प्लांट का समर्थन किया। तो दूसरी ओर विरोध करने वालों की संख्या भी कम नहीं थी। इनमें अधिकांश महिलाएं और बुजुर्ग थे। जनसुनवाई में कौंवाझर के करीब दो सौ ग्रामीण और किसान मौजूद थे। स्टील प्लांट मेनेजमेंट ने जिन युवाओं को बकरा और शराब से समर्थन जुटाने में कामयाब हुए थे। उन्हीं युवकों का ग्रामीणों ने जमकर खरीखोटी सुनाई। दरअसल खैरझिटी के स्कूल प्रांगण में आयोजित जनसुनवाई के तत्काल बाद कौंवाझर पंचायत के पूरे ग्रामीण और पंचों ने मिलकर एक आपात बैठक आयोजित की। और उन्हीं युवाओं का जिन्होने स्टील प्लांट लगाने में समर्थन किया था उनकी जमकर क्लास ली। बाद में युवाओं ने बहकावे में आकर ऐसा करने की बात कबूली। युवाओं ने पूरे ग्रामीण और पंचों के सामने भविष्य में ऐसे नहीं करने की बात कहते हुए मांफी मांगी। साथ ही ग्रामीणों ने उप सरपंच के कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए।

बता दें कि, करणीकृपा पॉवर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट लगाने को लेकर कौंवाझर और खैरझिटी पंचायत से लिए गए पंचायत प्रस्ताव से उपजी विवादों ने इन गांव की शांति भंग कर दी है। प्लांट के मेनेजमेंट ने इन पंचायत के लोगों को दो धड़ों में बांट कर रख दिया है। कुछ लालच में समर्थन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। तो दूसरी ओर वो ग्रामीण और किसान है, जो भविष्य में स्टील प्लांट से निकलने वाली दूषित प्रदूषण और डस्ट का प्रभाव से उनके उपजाऊ भूमि को बंजर होने से कैसे बचाया जाए ? इसकों लेकर चिंतित हैं। इस लिए ग्रामीण और किसान स्टील प्लांट के विरोध में खड़े हैं।