सुरक्षित ड्राइविंग सिखाने में आईडीटीआर की होगी महत्वपूर्ण भूमिका

मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर में इंस्टीट्यूट आफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च छत्तीसगढ का किया लोकार्पण

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को नवा रायपुर अटल नगर के ग्राम तेंदुआ में 17 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित इंस्टीट्यूट आॅफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च छत्तीसगढ़ का लोकार्पण किया। प्रशिक्षण की सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस इंस्टीट्यूट का निर्माण ग्राम तेंदुआ में 20 एकड़ के विशाल भू-भाग पर किया गया है।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सुरक्षित ड्राइविंग स्किल सिखाने में इंस्टीट्यूट आॅफ ड्राईविंग एण्ड ट्रैफिक रिसर्च की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सुरक्षित परिवहन के लिए यह आवश्यक है कि हम स्वयं यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाएं, इसके साथ यह भी जरूरी है कि सामने वाला भी सही ढंग से वाहन चलाएं। आज छत्तीसगढ़ में बस, कार, मोटरसाइकिल, ट्रक, स्कूल बस मिलाकर लगभग 66 लाख वाहन हैं, इसलिए वाहनों की सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रशिक्षण और भी अधिक जरूरी हो जाता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आईडीटीआर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं और थर्ड जेंडर के अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट देने तथा दिव्यांग अभ्यर्थियों को मुफ्त में प्रशिक्षण प्रदान करने की घोषणा की। श्री बघेल ने विधायक धनेंद्र साहू के आग्रह पर नवा रायपुर की चेरिया-पौंता सड़क के निर्माण कार्य को राज्य सरकार के अगले मुख्य बजट में शामिल करने की घोषणा भी की।

परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी और श्री चन्द्रदेव राय तथा विधायक धनेन्द्र साहू, छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी और मारुति सुजुकी इंडिया के सीईओ एवं एमडी केनिची आयुकावा कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर परिवहन विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रदीप गुप्ता और अपर परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा सहित अनेक जनर्प्रतिनिधि तथा ग्रामीण भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नवा रायपुर में प्रारंभ हुए इस इंस्टीट्यूट में विशेषज्ञों द्वारा अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें उन्हें गाड़ी चलाने, पार्किंग, बैक करने, चढ़ाव और टर्निंग पर गाड़ी कैसे चलाना है, यह सिखाया जाएगा। साथ ही वाहनों में लगे हुए यंत्रों की कार्यप्रणाली से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि तेज गति से वाहन चलाना नहीं बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारा नियंत्रण अपने वाहन पर हो। उन्होंने कहा कि यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अपनी युवा अवस्था में मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर और कार चलाने के अनुभवों को भी आम जनता के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि पहले की गाड़ियों में कम फंक्शन होते थे, लेकिन आज गाड़ियों में बहुत से फंक्शन हैं, सुरक्षित यातायात के लिए यह गाड़ी के फंक्शन की जानकारी होना जरूरी है। इंस्टीट्यूट में गाड़ी के इंजन, पिस्टन सहित विभिन्न यंत्रों की कार्य प्रणाली की जानकारी टेक्नीकल लैब में मॉडलों और वीडियो के माध्यम से दी जाएगी। जिससे गाड़ी में आने वाली छोटी मोटी खामियों को दुरूस्त किया जा सके।

आईडीटीआर मारूति सुजुकी का देश में 8वां संस्थान

मारुति सुजुकी इंडिया के सीईओ एवं एमडी केनिची आयुकावा ने कहा कि उनके संस्थान द्वारा पिछले 20 वर्ष में पूरे देश में 39 लाख लोगों को ड्राइविंग का प्रशिक्षण दिया गया है। नवा रायपुर में स्थित यह आईडीटीआर मारूति सुजुकी का देश में 8वां संस्थान है। उन्होंने नमस्ते कहकर अतिथियों का अभिवादन किया। परिवहन विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि इस इंस्टीट्यूट में एक साथ 250 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है। यहां 80 सीटर हॉस्टल की सुविधा भी है। यहां प्रशिक्षणार्थियों के लिए योगा, टी.व्ही रूम, प्ले ग्राउंड की व्यवस्था भी है। इस वर्ष 2 हजार लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य हैं। अपर परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में बस एसोसिएशन, स्कूल एसोसिएशन, मारूति डीलर्स, रायपुर आॅटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।