मुलेठी-अश्वगंधा और गिलोय से बनी हर्बल चाय बढ़ाएगी इम्यूनिटी

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ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे ने हर किसी को सोच में डाल दिया है। वैक्सीन लेने के बावजूद लोगों के अंदर नए वेरिएंट्स का खतरा बना हुआ है। ऐसे में क्या किया जाए जो हमें इस नए वेरिएंट्स से हमारे शरीर की हिफाजत करे। आयुर्वेद में अश्वगंधा, मुलेठी और गिलोय को रोग प्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ाने में कारगर माना जाता है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे से खुद को बचाने के लिए हमें इन आयुर्वेदिक वस्तुओं का इस्तेमाल करना चाहिए जो हमारे शरीर की इम्यूनिटी बना कर रखे।

कोरोना काल में खुद को फिट रखने के साथ अपने परिवार की इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए गिलोय, अश्वगंधा और मुलेठी की चाय का सेवन करना चाहिए।

ऐसे बनाएं अश्वगंधा, मुलेठी और गिलोय की चाय

सामग्री

अश्वागंधा पाउडर
थोड़ी सी गिलोय की डंडी
मुलेठी का थोड़ा सा पाउडर
स्वादानुसार शहद

ऐसे बनाएं हर्बल टी
सबसे पहले एक बर्तन में एक गिलास पानी डालें। अब इसमें 1 से 2 अश्वगंधा की जड़ या फिर एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर डालें। इसके अलावा आधा चम्मच मुलेठी का पाउडर और गिलोय की डंडी कूट कर डाल दें। इसके बाद इसे धीमी आंच में पकने दें। 5-10 मिनट बाद गैस बंद कर दें और इसे छान लें। स्वादानुसार शहद मिला लें और हल्का गुनगुना या ठंडा करके रोजाना सुबह इसका सेवन करे।

ये हर्बल टी कैसे करेंगी काम

अश्वगंधा

अश्वगंधा छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समस्याओं का इलाज करता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ-साथ कई बीमारियों से निजात दिलाता है। अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट, लिवर टॉनिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल के साथ-साथ और भी कई पोषक तत्व होते हैं जो आपकी बॉडी सेहतमंत रखने के साथ तनाव को कम करता हैं। इसके साथ ही यह वजन कम करने, हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, अच्छी नींद लाने आदि में लाभ करता है।

गिलोय
गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कॉपर, आयरन, फास्फोरस, जिंक,कैल्शियम, मैग्नीशियम के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर आदि तत्व पाए जाते हैं। जो इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ अस्थमा, अर्थराइटिस, सर्दी-जुकाम, बुखार, जोड़ों में दर्द, ब्लड शुगर, खून की कमी, खांसी जैसी समस्या से निजात दिलाता है।

मुलेठी
औषधीय गुणों से भरपूर मुलेठी में विटामिन बी, ई के साथ-साथ फास्फोरस, कैल्शियम, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सिलिकॉन, प्रोटीन, ग्लिसराइजिक एसिड के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं। जो शरीर की कमजोरी दूर करने के साथ सुखी खां, पेट दर्द, एनीमिया, पीरियड्स के समय होने वाले दर्द, मागइग्रेन की समस्या से निजात दिलाता है।

Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।