रायपुर | गरियाबंद जिले के अंतर्गत आने वाले उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के वन परिक्षेत्र इन्दागांव में मजदुरी राशि में 18 लाख रूपए का भ्रस्ट्राचार हुआ है | मजदूरो का फर्जी नाम डाला गया है और अंगूठा लगा कर पैसा निकाला गया | वर्ष 2019 से 2022 तक में वानिकी कार्य, पौधारोपड़ , नर्सरी, तालाब , सड़क, छिंद घास उन्मूलन , चारागाह विकास, अग्नि सुरक्षा फायर वाचर कार्य और अन्य कई प्रकार के कार्य किये गए है उन कार्यो को मजदूरो के द्वारा कराया गया है परन्तु मजदूरी राशि में बड़े पैमाने पर भ्रष्ट्राचार किया गया है।
उक्त कार्यो में मजदूरो का फर्जी नाम डाला गया है | वन परिक्षेत्र कार्यालय में अपने ख़ास चुनिन्दा फर्जी मजदूरो का सूचि रखा गया है और उन ख़ास चुनिन्दा फर्जी मजदूरो का नाम वाउचर में डाला जाता है जबकि वो ख़ास चुनिन्दा फर्जी मजदूरो कभी भी काम नहीं करते है, केवल उनके नाम से पैसा निकालने के लिए ही ख़ास चुनिन्दा फर्जी मजदूरो का नाम डाल कर पैसा निकाला जाता है | वन विभाग के कर्मियों के परिवार वाले और दोस्तों के नाम से पैसा निकाला जाता है |
मजदुर 05 दिन काम करता है परन्तु उनका 30 का हाजिरी डाल कर उनके खाते में पैसा डलवाया जाता है फिर मजदूरो के जानकारी के बगैर बायोमैट्रिक मशीन से अंगूठा लगा कर पैसा निकाला जाता है। उसके बाद मजदूरो को 05 दिन का पैसा दे दिया जाता है मजदूरो को पता ही नहीं चलता की उनके खातो में कितना पैसा आया और कितना पैसा निकाला गया है |
मजदुर 05 दिन काम करता है परन्तु उनका 30 दिन का हाजिरी डाल कर उनके खाते में पैसा डलवाया जाता है फिर मजदूरो के जानकारी के बगैर उनका फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से मिलीभगत कर बैंक से पैसा निकाला जाता है | सभी मजदूरो का फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक को आहरण कार्म दे दिया जाता है फिर बैंक अपना कमीशन ले कर मजदूरो का पूरा पैसा वन विभाग के बाबू को दे देता है | मजदूरो को पता ही नहीं चलता की उनके खातो में कितना पैसा आया और कितना पैसा निकाला गया है |