रायपुर। प्रदेश के 13 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर कोरोना संकट के बीच शनिवार से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। इन कर्मचारियों में डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन सहित अन्य कर्मी शामिल हैं। इन सबके बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपना वीडियो जारी कर स्वास्थ्य विभाग के सभी संविदा कर्मियों से इस संकट के बीच हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की है। उन्होंने कर्मचारियों को उनका मांगों को लेकर भरोसा दिलाया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि घोषणा पत्र के अपने इन वादों को हमने छोड़ा नहीं है। उन्होंने सभी से एक मार्मिक अपील की है, जानिये क्या कहा उन्होंने-
मैं छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग के सभी संविदा कर्मियों से निवेदन करना चाहता हूं, मैंने सुना है कि कल से कल से आप लोगों का निर्णय है अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का। आज जब हम कोविड के संक्रमण से जूझ रहे हैं और गंभीर स्थिति में छत्तीसगढ़ है, मुझे लगता है कि यह समय नहीं था हड़ताल में जाने का। आपकी बातें हैं, आपकी मांगे हैं, स्वभाविक है वो आपको लगेगा यह जायज है। हम लोगों ने भी घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ के सभी विभागों में काम करने वाले दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, संविदा कर्मचारियों के संबंध में उल्लेख किया है और उस बात को छोड़ा नहीं है। यह समय नहीं है लोगों के स्वास्थ्य और लोगों की जान से हम एक तरह से समझौता करें उनकी तकलीफों को इतना बढ़ाएं कि हमारे प्रति उनकी संवेदना ना रह जाए। आज मैं आप सभी से यही निवेदन करने के लिए उपस्थित हुआ हूं कि अभी पुनर्विचार करें स्ट्राइक पर ना जाएं। नियम कानून अपनी जगह होते हैं प्रश्न कार्रवाई का नहीं है प्रश्न आपके विवेक का आपकी समझदारी का है कि क्या आप अपने से पूछिए कि आप स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य विभाग के वह समर्पित कर्मचारी हैं जिन्होंने सालों से भी सेवा दी है। क्या ऐसे समय पर हमको छत्तीसगढ़ के नागरिकों को जो बहुत बुजुर्ग होंगे वृद्ध होंगे, गर्भवती महिलाएं होंगी, बच्चे भी हो सकते हैं, सांस लेने में अनेकों को दिक्कत हो रही होगी, जीवन मृत्यु के संघर्ष के वो करीब हो सकते हैं। क्या यह समय है कि स्वास्थ्य विभाग के समर्पित कार्यकर्ता ऐसा संदेश दें कि नहीं आपकी जो भी स्थिति होगी लेकिन हमको अपनी मांग के लिए संघर्ष करना है। मैं आपसे पुन: आग्रह करूंगा कि यह समय नहीं है इस प्रकार के निर्णय को क्रियान्वित करने का ,स्ट्राइक पर जाने के लिए आपने जो विचार किया है। कृपया उसे अभी स्थगित करें। यह कोविड का समय निकल जाए, बातचीत समाप्त नहीं होती, चर्चाएं आगे भी कभी भी हो सकती हैं। इस प्रकार से कोविड के समय ऐसा निर्णय लेकर हम अपनी बात को रखना चाहेंगे। आप कुछ सोचिए वह बात कितनी जायज लगेगी. लोगों की जान एक तरफ और एक तरफ आप लोग अपने लिए पहल कर रहे हैं। कौन सी ज्यादा जरूरी बात है। हमारे स्वास्थ्य विभाग के समर्पित कार्यकर्ता क्या जब जीवन मृत्यु के संघर्ष के दौर से छत्तीसगढ़ गुजर रहा है तो अपने लिए पहल करना चाहेंगे कि लोगों की सेवा करना चाहेंगे। आज मेरा पुन: आपसे आग्रह है कि आप स्ट्राइक के संबंध में पुनर्विचार करें, अभी स्ट्राइक वापस ले लें और 19 तारीख को भी नियमित रूप से काम करें। अपनी बातें रखें उसमें कोई हर्ज नहीं है लेकिन तरीका ऐसा होना चाहिए और समय ऐसा होना चाहिए की बातों को रखना भी जायज लगे।