हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में लौटे 4 नक्सली, दंतेवाड़ा में CRPF डीआईजी व एसपी के सामने किया सरेंडर

Chhattisgarh Crimes
दंतेवाड़ा. नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान को लगातार सफलता मिल रही है। शनिवार को 4 मिलिशिया सदस्यों ने हिंसा का रास्त छोड़ सरेंडर कर दिया। सीआरपीएफ के डीआईजी विनय कुमार सिंह व दंतेवाड़ा एसपी के समक्ष नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। सभी नक्सली लंबे समय से माओवादी संगठन से जुड़कर काम कर रहे थे और फोर्स को नुकसान पहुंचाने सहित कई घटनाओं में शामिल रहे हैं। वहीं नक्सलियों के समर्पण से संगठन को फिर बड़ा झटका लगा है।

दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि मलांगीर एरिया कमेटी के सुदरू मड़कामी (32 वर्ष), देवा मरकाम (30 वर्ष), सन्ना लेकामी (46 वर्ष) व सुक्का माड़वी (28 वर्ष) ने समर्पण किया है। सभी सरेंडर करने वाले नक्सली मिलिशिया सदस्य हैं और फूलपाड़ पंचायत, थाना- कुआकोंडा क्षेत्र के निवासी हैं। सरेंडर करने वाले माओवादियों ने संगठन की खोखली विचारधारा से त्रस्त होना बताया है। सभी नक्सली 7 से 8 वर्षों से संगठन से जुड़े थे और हत्या, आगजनी, रोड काटना, सरकारी संपत्ति को नुकसान, लूट सहित फोर्स को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं में शामिल रहे हैं।

अब तक 535 नक्सलियों का समर्पण

एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 128 इनामी नक्सली सहित कुल 535 माओवादी समर्पण कर मुख्य धारा में लौट चुके हैं। आत्म समर्पित नक्सली को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। एसपी ने कहा कि पुलिस द्वारा लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत नक्सलियों ने समर्पण किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने संगठन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। करने वाले माओवादियों ने संगठन की खोखली विचारधारा से त्रस्त होना बताया है। सभी नक्सली 7 से 8 वर्षों से संगठन से जुड़े थे और हत्या, आगजनी, रोड काटना, सरकारी संपत्ति को नुकसान, लूट सहित फोर्स को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं में शामिल रहे हैं।

अब तक 535 नक्सलियों का समर्पण

एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 128 इनामी नक्सली सहित कुल 535 माओवादी समर्पण कर मुख्य धारा में लौट चुके हैं। आत्म समर्पित नक्सली को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। एसपी ने कहा कि पुलिस द्वारा लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत नक्सलियों ने समर्पण किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने संगठन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।