उत्तरकाशी में बस गहरी खाई में गिरी, 22 तीर्थ यात्रियाें की मौत;मध्य प्रदेश के हैं तीर्थ यात्री

Chhattisgarh Crimes

देहरादून। उत्तराखंड के उत्तराकाशी में रविवार शाम मध्यप्रदेश के करीब 30 तीर्थयात्रियों से भरी बस खाई में गिर गई। 22 लोगों की मौत हो गई है और इनके शव भी मिल गए हैं। 6 गंभीर रूप से घायल हैं। सभी यात्री चारधाम यात्रा पर जा रहे थे। पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है। NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा नियंत्रण कक्ष से रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रख रहे हैं।

बस का नंबर UK- 04 1541 है और यह 28 सीटर है। बस हरिद्वार से चली थी। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने कहा- 23 मृतकों के शव बरामद हो चुके हैं। पांच घायलों को पहले ही अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। गहरी खाई और अंधेरे की वजह से शवों को सड़क तक पहुंचाने में दिक्क़त हो रही है। अभी सिर्फ 2 शव ही सड़क तक पहुंचाए गए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के दफ्तर से किए गए ट्वीट में बताया गया है कि प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 लाख, जबकि घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता मिलेगी।

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा- सभी यात्री मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के बताए गए हैं। हादसे के बाद एम्बुलेंस के साथ मेडिकल की टीम भी मौके पर मौजूद है। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा- NDRF की टीम बहुत जल्द ऑपरेशन का जिम्मा संभाल लेगी। यह कुछ ही देर में मौके पर पहुंच रही है।

अमित शाह ने जताया दुख

उत्तराखंड में बस हादसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। अमित शाह ने कहा कि श्रद्धालुओं से भरी बस खाई में गिर गई। मैंने इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।

शिवराज बोले- उत्तराखंड सीएम से बात की

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा- उत्तराखंड में चारधाम की तीर्थयात्रा पर यमुनोत्री धाम जा रही बस के खाई में गिरने से मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद, पीड़ाजनक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

एक अन्य ट्वीट में शिवराज ने कहा- और मेरी टीम उत्तराखंड सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सतत संपर्क में है। घायलों के इलाज और मृतकों के शव को मध्यप्रदेश लाने की व्यवस्था की जा रही है। दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।