रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों की शिकायतों के बाद एक सहकारी समिति के कर्मचारियों और एक नायब तहसीलदार पर कार्रवाई की है। उन्होंने सहकारी समिति के सभी कर्मचारियों और नायब तहसीलदार को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत पत्थलगांव विधानसभा के बागबहार पहुंचे मुख्यमंत्री से लोगों ने कई शिकायतें की। लोगों ने कोतबा सोसाइटी में धान खरीदी के दौरान अनियमितता की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने कोतबा सोसाइटी के सभी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। ग्रामीणों ने बागबहार के नायब तहसीलदार की भी शिकायत की। उनका कहना था, नायब तहसीलदार जाति प्रमाणपत्र बनाने में लापरवाही करते हैं।
मुख्यमंत्री ने शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नायब तहसीलदार उदय राज सिंह को निलंबित कर दिया। मुख्यमंत्री ने अपने पहले दौरे में भी 7 से अधिक अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित किया था। उसमें भारतीय वन सेवा के अफसर भी शामिल थे। बस्तर संभाग के जिलों में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब जशपुर जिले में पहली ही विधानसभा में एेक्शन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं की जमीनी हकीकत देखने और लोगों से फीडबैक लेने ही दौरे पर निकले हैं।
बागगहार की चौपाल में पहुंची पत्थलगांव की मेनका यादव ने मुख्यमंत्री को बताया, उनके मामले में पुलिस समुचित करवाई नही कर रही है। मुख्यमंत्री ने जशपुर के पुलिस अधीक्षक को आवश्यक और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सड़क दुर्घटना में पैर और घुटनों में आई चोट आने के कारण नि:शक्त जगन्नाथ चौहान ने मुख्यमंत्री से उचित इलाज के लिए सहायता राशि की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने विशेष सहायता योजना के तहत 20 लाख रुपये तक इलाज करवाने की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने जगन्नाथ को इसके लिए आवेदन करने का सुझाव दिया।