नपा. अध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर ने पार्षदों के साथ औपचारिक बैठक में शहर विकास पर की रायशुमारी…

दलगत राजनीति से ऊपर उठकर शहर विकास पर दिया ज़ोर…

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। नगर पालिका के कार्यवाहक अध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर ने एक औपचारिक बैठक में शहर विकास को लेकर समस्त पार्षदों से रायशुमारी की। मूलभूत सुविधाओं के अलावा उन्होंने पालिका के अधिकारी और कर्मचारियों के काम कसावट लाने पर जोर दिया है।

नगर पालिका के अध्यक्ष सभाकक्ष में बुधवार को नगर पालिका के कार्यवाहक अध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर ने पार्षदों की एक औपचारिक बैठक ली। इस बैठक में पार्षद देवीचंद राठी, महेन्द्र जैन, मीना वर्मा, हफीज़ कुर्रेशी, संदीप घोष, राजेंद्र चंद्राकर, निखिलकांत साहू, माधवी सिक्का, डमरूधर मांझी, अमन चंद्राकर, मनीष शर्मा, राजेश नेताम, जगतराम महानंद, राहुल चंद्राकर, रिंकू चंद्राकर, मुन्ना देवार, कुमारी बाई देवार, एल्डरमेन सुश्री योजना सिंग, अनवर हुसैन, जावेद चौहान, सुनिल चंद्राकर, गुरमीत सिंह चावला, सीएमओ आशीष तिवारी मौजूद रहे।

इस दौरान अध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर ने कहा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर शहर विकास हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। शहर के नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। इस लिए सभी को साथ मिलकर काम करना है। इस बैठक में अध्यक्ष श्री चंद्राकर ने बताया कि, संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवन लाल चंद्राकर की अनुशंसा और उनके मांग (अध्यक्ष) पर शहर विकास के लिए शासन से 5 करोड़ रुपए नगर पालिका को उपाध्यक्ष कराया गया। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के आरक्षित वार्ड के पार्षद को विकास कार्यों के लिए 30-30 लाख रुपए एवं अन्य वार्डों के पार्षदों को 10-10 लाख तथा एल्डरमेन को 3-3 लाख रुपए के विकास कार्य करा पाएंगे।

इस दौरान पालिका अध्यक्ष श्री चंद्राकर ने सभी पार्षदों से अपने वार्डों सहित शहर को सुव्यवस्थित रूप से विकसित करने के सुझाव मांगे। बैठक में पार्षदों ने अध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर को एक पत्र सौंपते हुए मिशन क्लीन सिटी के सफाई मित्र बहने जिन्हें बिना अवकाश के पूरे साल सेवा देने वाली बहनों के लिए साप्ताहिक अवकाश देने मांग की है। जिस पर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्राकर ने कहा शासन स्तर का मामला है। लेकिन एक दिवसीय अवकाश के लिए पत्र शासन को भेजा जाएगा।

बैठक में पार्षदों ने गली गली सड़कों पर बेतरतीब तरीके से भवन निर्माण सामग्री पड़े रहने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानियां का सामना करना पड़ता है। यहीं नहीं निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद सड़कों पर पड़ा रहता है या फिर नाली में अटा पड़ा रहता है। जिसके चलते नालियां जाम हो रही है। ऐसे लोगों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करने की जरूरत है। कार्यवाहक अध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर ने कहा आगामी समय में एक एक विभागों की बैठक लेकर समीक्षा की जाएगी।