नई दिल्ली। दिल्ली में ‘ऑपरेशन लोटस’ के मुद्दे पर गुरुवार को भी सियासी बवाल जारी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमें डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 9 विधायक नहीं पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक कुछ विधायकों से पार्टी हाईकमान का संपर्क भी नहीं हो पा रहा है।
मीटिंग के बाद केजरीवाल राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा- भाजपा हमारे 40 विधायकों को खरीदना चाह रही है। सभी विधायकों को 20-20 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है। भाजपा के नेता 800 करोड़ रुपए खर्च कर दिल्ली सरकार गिराना चाहती है। 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में AAP के पास 62 और भाजपा के पास 8 सीटें हैं।
आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार को कोई खतरा नहीं है। सरकार स्थिर है और जो विधायक नहीं आए हैं, वो अपने-अपने काम से बाहर गए हैं। भाजपा ने हमारे 12 विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए ऑफर दिया है।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने इस मामले में आम आदमी पार्टी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, हमें आपकी सरकार तोड़ने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल बताएं कि जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन को अब तक क्यों नहीं हटाया गया है।
40 विधायकों को तोड़ने की हो रही कोशिश- दिलीप पांडेय
AAP विधायक दिलीप पांडेय ने मीडिया को बताया कि कल शाम से ही कुछ विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। हम लगातार बात करने की कोशिश कर रहे हैं। सभी विधायक जल्द ही मीटिंग में पहुंचेंगे। भाजपा हमारे 40 विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
4 विधायकों के साथ AAP ने लगाया था खरीद-फरोख्त का आरोप
बुधवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर AAP नेता संजय सिंह ने ऑपरेशन लोटस को लेकर खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि हमारे विधायकों को भाजपा ने ऑफर दिया। ऑफर यह था कि AAP छोड़ने पर 20 करोड़ देंगे और दूसरों को साथ लाए तो 25 करोड़।