युवा समाजसेवी का दावा, गोबर का लेप लगाने से कमरदर्द से उन्हें मिल रहा राहत

कई बड़े अस्पताल की दवाई का सेवन करने से भी नहीं मिल पाया था राहत।

Chhattisgarh Crimes

देवभोग। देवभोग के युवा समाजसेवी गौरीशंकर कश्यप का दावा है कि गोबर का लेप कमर में लगाने से उन्हें कमर दर्द से बहुत ज्यादा राहत मिल रहा है गौरी के मुताबिक उन्हें चार साल से कमर दर्द की शिकायत है. वहीं कमर दर्द की शिकायत को लेकर वे पिछले साढ़े तीन साल से रायपुर, विशाखापत्तनम, राजस्थान के जयपुर के साथ ही दिल्ली में अपना इलाज करवा चुके है। लेकिन उन्हें किसी तरह का राहत नहीं मिल पाया। ऐसे में एक वैद्य के बताये अनुसार गौरीशंकर ने पिछले ढ़ाई महीने से कमर में गोबर का लेप लगाना शुरू किया।

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गौरी के मुताबिक वे कमर में गोबर का लेप लगाकर आधा घंटा तक लेट जाते है। युवा समाजसेवी का दावा है कि ऐसा करने से उन्हें बहुत ज्यादा राहत मिलने लगा है। गौरी बताते है कि वे हर महीने इस विधि को तीन बार करते है। वे पहले कमर में गोबर का लेप लगाकर आधा घंटा रखते है फिर पुरे शरीर में गोबर का लेप लगाकर ध्यान करते है‌ आधा घंटा ध्यान करने के बाद स्नान करते है। गौरी के मुताबिक अभी उन्हें कमर दर्द से बहुत ज्यादा राहत मिल चुका है। यहां बताना लाजमी होगा कि गाय के गोबर में 86 प्रतिशत तक द्रव पाया जाता है।

गोबर में खनिजों की भी मात्रा कम नहीं होती। इसमें फास्फोरस, नाइट्रोजन, चूना, पोटाश, मैंगनीज़, लोहा, सिलिकन, ऐल्यूमिनियम, गंधक आदि कुछ अधिक मात्रा में विद्यमान रहते हैं तथा आयोडीन, कोबल्ट, मोलिबडिनम आदि भी थोड़ी थोड़ी मात्रा में रहते हैं। गाय के गोबर में छुपे हैं अनेक गुण, कई परेशानियों का है इलाज – जानकारों की माने तो गोबर के अनेक फायदे हैं।

गोबर में अनेकों ऐसे गुण छिपे हैं. जिनके बारे में हम जानते ही नहीं हैं. आयुर्वेद में भी इन सब का बहुत महत्व पाया जाता है. और इसके मूत्र को बड़े-बड़े रोगों को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. एक रिसर्च में देसी गाय का गोबर को भी एक महा औषधी साबित किया है. आज हम इसी के कुछ लाभ बताने जा रहे हैं। बर्र, मच्छर, मक्खी, मकड़ी के काटने पर काटे हुए स्थान पर तुरंत गाय का गोबर मलें और लेप करके बांध दें ऐसा दिन में 2-3 बार करें इससे जहर का असर कम हो कर आराम मिलता है। मिर्गी में सहायक सूखे गोबर की राख को पानी में मिला ले और छान ले.छानकर इस पानी को पीने से मिर्गी की बीमारी में लाभ होगा। पेट के कीड़े पेट में कीड़े होने की अवस्था में गाय के गोबर की सफेद राख को 1 गिलास पानी में 1 चम्मच मिला कर इसे कपडे से छान ले| रोगी को तिन दिन तक सुबह शाम यह पानी पिलाने से लाभ होगा।

खाज खुजली गाय के गोबर को सुखा कर जला कर भस्म बना लें. गाय के मक्खन को 100 बार पानी से धो लें. इसके बाद इस मक्खन में 25 ग्राम भस्म को मिला कर रख लें. और जब भी खाज खुजली हो इसे लगायें तुरंत लाभ होता है। एड़ी का दर्द जब किसी भी कारण से एड़ी में दर्द होने लगे और चलने फिरने में परेशानी हो तो रोज सूर्य उदय से पहले गाय के ताजा गोबर में एड़ी को रख कर 10 मिनिट खड़े रहें अगर सुबह शाम दोनों टाइम करें तो और भी ज्यादा लाभ देता है.( गोबर ताजा और गर्म होना चाहिए) इससे दर्द कुछ ही दिनों में ठीक हो जायेगा‌।