लोकवाणी की 11वीं कड़ी : नवा छत्तीसगढ़ : हमर विकास-मोर कहानी विषय पर मुख्यमंत्री ने रखे अपने विचार…

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपनी रेडियो वार्ता लोकवाणी की 11वीं कड़ी में नवा छत्तीसगढ़: हमर विकास-मोर कहानी विषय पर अपने विचार रखे. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को न्याय, स्वाभिमान और स्वावलंबन की जिंदगी देना राज्य सरकार का लक्ष्य है. इसके लिए राज्य सरकार ने धान का दाम 2500 रुपये क्विंटल, कृषि ऋण माफी, सिंचाई कर माफी, रियायती बिजली, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के किसानों को खेती के लिए नि:शुल्क बिजली जैसी योजनाएं लागू की, ताकि किसानों के चेहरे पर मुस्कुराहट लौट आए.

सीएम बघेल ने रेडियो वार्ता में नयी सरकार द्वारा पौने दो वर्ष में शिक्षा, वास्थ्य, ग्रामीणों-किसानों की आय में वृद्धि, छत्तीसगढ़ी संस्कृति को प्रोत्साहन के लिए लागू की गयी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी. लोकवाणी में रेडियो श्रोताओं ने राज्य सरकार की योजनाओं की मुक्तकंठ से सराहना की.

मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से लाभान्वित दो जरुरमंदों ने सीएम बघेल को दिया धन्यवाद

गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए राज्य सरकार की मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना संजीवनी बूटी साबित हो रही है. बिलासपुर के तिफरा के राजेन्द्र कुमार सोनी ने लोकवाणी के माध्यम से बताया कि उनके 8 वर्षीय पुत्र कुणाल सोनी को ब्लड कैंसर के इलाज के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से 20 लाख रुपए की सहायता मिली, जिससे उनके पुत्र का बोन मेरो ट्रांसप्लांट हो गया है. इसी तरह जिला जांजगीर-चांपा की तहसील जैजेपुर के ग्राम बेथिया के अजीत कुमार जांगडे़ ने बताया की उनके 14 वर्षीय पुत्र लक्की जांगड़े को मेजर थैलेसिमिया नाम की बीमारी हो गयी है. इसी योजना से मिली 14 लाख रुपए की सहायता से उनके पुत्र का बोन मेरो ट्रांसप्लांट हो गया है. श्री सोनी और श्री जांगड़े ने अपने पुत्र का इलाज सीएमसी हॉस्पिटल वेल्लोर में कराया. दोनों ने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से मिली सहायता के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया.

मुख्यमंत्री ने बड़ी ही विनम्रता के साथ इस संबंध में कहा कि निश्चित तौर पर संवेदना के स्तर पर मैं ऐसे हर परिवार के साथ जुड़ा हूं जिन्हें इलाज के लिए मदद की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कृपया कोई यह न समझे कि हमने किसी पर कोई उपकार किया है. यह सुविधा मिलना आपका हक था जो हमने आपको आदर, विनम्रता और गरिमा के साथ दिया है. श्री बघेल ने कहा कि ह्यडॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनाह्ण के अंतर्गत 9 माह में 2 लाख 71 हजार लोगों को 50 हजार रुपए तक इलाज की सुविधा नि:शुल्क दी गई है.

वहीं मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत 9 माह में 315 लोगों को 20 लाख रुपए तक उपचार की सुविधा दी गई है. सिर्फ इन दो योजनाओं में ही लगभग 350 करोड़ रूपए खर्च किए गए. स्वास्थ्य सुविधाओं को हर समुदाय और घरों तक पहुंचाया जा रहा है. हाट-बाजार क्लीनिक योजना, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की अपार सफलता और लाखों लोगों के उपचार से प्रेरित होकर अब डॉ. राधाबाई डायग्नोस्टिक सेंटर योजना की शुरूआत की जा रही है.

कोरोना से बचने करें सुरक्षा उपायों का पालन

मुख्यमंत्री ने रेडियो वार्ता के माध्यम से प्रदेशवासियों से कहा कि कोरोना को देखते हुए हमें बड़े और भीड़ वाले कार्यक्रमों से बचना है. इसलिए न खुद ऐसे आयोजन करना है और न भीड़ में शामिल होना है. उन्होंने प्रदेशवासियों से यह अनुरोध भी किया कि सभी मास्क के उपयोग सहित सुरक्षा उपायों का पालन करें और घर में रहकर परिवार के साथ खुशियाँ मनाएं. मुख्यमंत्री ने लोकवाणी में प्रदेशवासियों को नवरात्र, दशहरा, अग्रसेन जयंती, ईद-मिलादुन्नबी की शुभकामनाएं दीं.

संस्कृति को संरक्षित कर गढ़ रहे नवा छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का अर्थ हमारी लुप्त होती संस्कृति, बोली-भाषा, खान-पान, मूल्य-संस्कार को बचाते हुए विकास का नया रास्ता बनाना है. हमारा प्रयास है कि योजनाएं इस प्रकार बने कि एक योजना का फायदा दूसरी योजना में भी लोगों को मिले. उन्होंने कहा कि जैसे गरवा, गोठान और गोधन न्याय योजना प्रारंभ की गई है. वर्मीकम्पोस्ट के उत्पादन और उपयोग से धान के उत्पादन और बाड़ी की फसलों को भी फायदा मिलेगा. नरवा के विकास का लाभ भी सभी को मिलेगा.

बाजार और कम्पनियों को भी करनी होगी छत्तीसगढ़ी में अपनी बात

रायपुर की दक्षश्री साहू ने लोकवाणी के माध्यम से मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि छत्तीसगढ़िया लोगों की चिन्हारी छत्तीसगढ़ी भाषा को भी उचित स्थान मिलना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम छत्तीसगढ़ी भाषा की जितनी सेवा करेंगे, जितना उपयोग और प्रचार करेंगे, उतना ही हमारी संस्कृति और भाषा का विकास होगा. बाजार और कम्पनियों को भी छत्तीसगढ़ी में बात करनी होगी. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए विधानसभा में संकल्प पारित कराके, केन्द्र सरकार को भेजा गया है. हम अपनी ताकत से छत्तीसगढ़ी भाषा को सिरमौर बना सकते हैं.

मुख्यमंत्री ने रेडियो वार्ता के माध्यम से किसानों द्वारा राज्य सरकार की योजनाओं की सराहना के संबंध में कहा कि आप लोगों की बातें सुनकर मुझे काफी संतोष का अनुभव हो रहा है. किसानों के लिए हम जो करना चाहते थे उसमें सफल हुए हैं. राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 5 हजार 700 करोड़ रुपए देने का वायदा, आधा से ज्यादा पूरा हो चुका है. शेष राशि भी आपको जल्दी ही मिल जाएगी. अनेक श्रोताओं ने लोकवाणी के माध्यम से बस्तर क्षेत्र के दूरस्थ अंचलों में सोलर लाईट, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, वनोपज संग्रहण से महिला स्व सहायता समूहों को मिल रहे लाभ से आ रहे बदलाव और कोरोना काल में आमचो रेडियो योजना के माध्यम से बच्चों को स्कूलों से जोड़े रखने में मिल रही सफलता की जानकारी दी.

बिजली ही नहीं, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सुविधाओं की रौशनी भी पहुंची बस्तर

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में कहा कि हमने वायदा किया था कि बस्तर में विकास की जो नई शुरूआत होगी, वह आपसी समझ, आपसी विश्वास की बुनियाद पर होगी. घर और गांव रोशन हो गये हैं, तो मन को बहुत संतोष हुआ. बस्तर के दूरस्थ अंचल में 11 हजार 886 घरों में क्रेडा द्वारा बिजली पहुंचायी गयी. बिजली ही नहीं, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सुविधाओं की रौशनी भी बस्तर अंचल में पहुंचाई गई है.

सुकमा जिले के जगरगुंडा नक्सल प्रभावित गांव में 13 साल बंद स्कूल चालू हो गये. बस्तर ने कुपोषण मुक्ति की अलख जगाई. मुख्यमंत्री सुपोषण योजना बनाई गई और एक साल में पूरे प्रदेश में कुपोषण की दर 13.79 प्रतिशत कम हुई. तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक बढ़ाने के साथ लघु वनोपज खरीदने का दायरा 7 से बढ़ाकर 31 किया. इससे छत्तीसगढ़ देश में सर्वाधिक वनोपज खरीदने वाला राज्य बन गए. मनरेगा कोरोना काल में तो यह लाइफ-लाइन बन गई और इसमें भी देश में सर्वाधिक काम देने का कीर्तिमान बना.

दन्तेवाड़ा में बनेगा मल्टीस्किल सेंटर

लोहाण्डीगुड़ा में आदिवासी किसानों की जमीन वापसी से उपजा उत्साह प्रदेश में 200 फूड पार्क स्थापित करने का माध्यम बन गया. 101 फूडपार्क के लिए जमीन चिन्हांकित हो चुकी है. जेल में बंद करीब 900 आदिवासियों की मुक्ति सुनिश्चित की गई है. अब तो आमचो बस्तर की धमक भी सुनाई पड़ रही है. इमली, हल्दी, काजू, कॉफी को आप लोगों ने बस्तर ब्रांड बना दिया है. हम बोधघाट बहुद्देशीय परियोजना बनाएंगे और इंद्रावती नदी को बचाएंगे

भोपालपटनम में बांस आधारित कारखाना लगाएंगे. कोंडागांव में मक्का प्रसंस्करण करेंगे. दन्तेवाड़ा में मल्टीस्किल सेंटर स्थापित करेंगे. बस्तर कुपोषण मुक्त होगा, मलेरिया मुक्त होगा और हर तरह के अन्यायों से भी मुक्त होगा, यह मेरा वायदा है. नारायणपुर में उच्च क्षमता का मोबाइल-टॉवर और जगदलपुर से हैदराबाद-रायपुर की हवाई कनेक्टिविटी से हालात और तेजी से बदलेंगे. अब बदलता हुआ बस्तर सब के सामने है और आप लोगों की आवाजों की चहक, इसका सबसे बड़ा प्रमाण है.